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स्वार्थ की राजनीति कर रहे थे ये नेता जी, जनता ने दिखाया आइना

स्वार्थ की राजनीति कर रहे थे ये नेता जी, जनता दिखाया आइना

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party leader cheated public

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जबलपुर। समाज, खासकर राजनीति में बेवजह के मुद्दों पर आंदोलन करके जन समर्थन जुटाना और निजी स्वार्थ के लिए उसे भुनाना आम हो गया है। जागरूक व्यक्ति ऐसे आंदोलन का हस्र भी महसूस कर रहे हैं। एमपीइबी के तरंग ऑडिटोरियम में नर्मदा नाट्य समारोह के चौथे दिन रविवार को रंगकर्मियों ने इसी ज्वलंत मुद्दे को मंचन में दिखाया। कलाकारों ने अपने अभिनय और संवाद से अंत तक दर्शकों को बांधे रखा। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र इलाहाबाद और एमपी पावर मैनेजमेंट कम्पनी लिमिटेड के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित नर्मदा नाट्य समारोह में नेपथ्य से इलाहाबाद के रंगकर्मियों ने आमरण अनशन का मंचन किया। 1.15 घंटे के मंचन में कलाकारों ने खोखली होती सामाजिक एवं राजनीतिक व्यवस्था पर करारा व्यंग्य किया।

news facts-

नर्मदा नाट्य समारोह : चौथे दिन आमरण अनशन का मंचन
स्वार्थ के कारण नेता ने आंदोलन में खोया जनता का भरोसा

मूर्ति के नेमप्लेट पर जंग
लेखक हरिशंकर परसाई ने ‘आमरण अनशन’ की रचना की थी। किसी जमाने में नगर पालिका के अध्यक्ष गोवर्धन बाबू ने अपने मित्र सेठ किशोरीलाल के समक्ष प्रस्ताव रखा, यदि उन्हें युगों-युगों तक अमर रहना है तो समाज सेवा करना चाहिए। इसमें दोनों का नाम होगा। तुम किसी महापुरुष की मूर्ति खरीदकर नगर पालिका को भेंट कर दो, तो उसके चबूतरे पर सदियों तक तुम्हारा नाम रहेगा। फिर मूर्ति आती है। अनावरण के दौरान शिलापट्ट पर पहले गोर्वधन बाबू और बाद में किशोरीलाल का नाम लिखा जाता है। इस मौके पर एक अन्य नेता को भी आमंत्रित किया जाता है। मूर्ति के शिलापट्ट पर नाम लिखवाने को लेकर तीनों नेताओं में विवाद हो गया। गोवर्धन और किशोरीलाल आमरण अनशन पर बैठ गए। मुख्यमंत्री आए तो भविष्य का नुकसान दिखाकर गोवर्धन बाबू और किशोरीलाल का नाम हटाकर तीसरे नेता का नाम लिखवा दिया। यह सब जनता के सामने हुआ।

थिएटर से फिल्मों का सफर
निर्देशक सचिन चंद्रा ने बताया, वे 35 साल में 65 नाटकों में मंचन कर चुके हैं। वे फिल्मों ‘शादी में जरूर आना’, ‘कुटुम्ब‘, ‘रोड टू संगम’ आदि में भी अभिनय कर चुके हैं। उन्होंने कहा, प्रतिभावान युवाओं के लिए थिएटर में कैरियर बनाने की बहुत सम्भावनाएं हैं। सह निर्देशक राहुल चावला थिएटर के साथ टीवी चैनल और एफएम रेडियो में काम कर चुके हैं। सांस्कृतिक केंद्र के अजय गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत किया।