एनजीटी में याचिका दायर करने वाले नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच जबलपुर के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ.पीजी नाजपांडे का कहना है कि मध्य प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को स्टेट प्लान बनाकर कार्य करना चाहिए। आपदा नियंत्रण कानून-2005 के तहत आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के पास पटाखों पर प्रतिबंध सुनिश्चित करने का अधिकार है। बावजूद इसके इस दिशा में गंभीरता नहीं बरती जा रही। ऐसे में नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच को जनहित में आगे आना पड़ा है।
ये भी पढ़ें- Corona experts warning: दशहरा-दीपावली पर आतिशबाजी से बढ़ेग संक्रमण डॉ नाजपांडे कहते हैं कि पिछले साल तक कोरोना जैसी महामारी का खतरा नहीं था, लेकिन इस बार पटाखों से होने वाले वायु प्रदूषण से कोरोना संक्रमण के बढ़ने का खतरा है। ऐसे में हमें संयम बरतते हुए पूरी धार्मिक विधि-विधान से ही दीपावली का पर्व मनाना चाहिए। इसी में समझदारी है।
वो कहते हैं कि उत्सव मनाने की भावना सर्वजनहिताय की भावना से जुड़ी है न कि जनमानस को प्रदूषण से दुष्प्रभावित करने से। दीपावली की रात पिछले सालों की तरह अगर पटाखे जलाए गए तो वायुमंडल में होने वाला प्रदूषण का हमला कोरोना संक्रमण से उबर चुके मरीजों को वापस कोरोना पॉजिटिव बना सकता है। वहीं नए कोरोना पॉजिटिव भी बढ़ सकते हैं।