
रानीताल गेट नंबर एक के समीप स्थित राशन दुकान की पहचान छिपाने दुकानदार ने बोर्ड तक नहीं लगाया।
जबलपुर। शहर की राशन दुकानों में अनाज वितरण व्यवस्था लडख़ड़ा गई है। राशन दुकानें मनमर्जी से खुलती है और बंद होती है। राशन केन्द्रों पर निगरानी नहीं होने से व्यवस्था बेपटरी हो गई है। खाद्य आपूर्ति विभाग की इस अनदेखी से जरुरतमंदों को कम मूल्य का अनाज नहीं मिल पा रहा है। अनाज के लिए लोग राशन केन्द्रों के चक्कर काटने मजबूर है। पत्रिका एक्सपोज ने राशन केन्द्रों का जायजा लिया तो अनाज वितरण व्यवस्था में की जा रही मनमानी सामने आ गई। आलम यह है कि दुकान खुले रहने के समय पर बंद मिली।
सरकार ने जरुरतमंदों के लिए कम दर पर राशन वितरण की व्यवस्था बनाई है। हालांकि इसके बाद भी लोग इस व्यवस्था का फायदा नहीं उठा पा रहे हैं। दरअसल इसकी मुख्य वजह है राशन केन्द्रों का जिम्मेदारों द्वारा औचक निरीक्षण नहीं किया जाना। कार्रवाई का डर नहीं होने की वजह से अनाज वितरण व्यवस्था ठप हो गई है। इसका खामियाजा राशन केन्द्रों में पंजीकृत राशन कार्ड धारकों को उठाना पड़ रहा है।
दुकान की छिपाई जा रही जानकारी
राशन दुकानदारों ने दुकान बंद रखकर कार्रवाई से बचनने की नई तरकीब खोज ली है। इसकी बानगी सोमवार को देखने मिली। आलम यह है कि कार्रवाई से बचने कुछ राशन केन्द्र संचालकों ने दुकान का नाम तक अलग कर दिया है। ऐसे में नए कार्ड धारकों को दुकान खोजने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सुबह-शाम खुलती दुकानें
राशन दुकान खुलने का समय प्रशासन ने निश्चित कर रखा है। इसके बावजूद दुकानों ने राशन का वितरण संचालक अपनी सुविधा के अनुसार कर रहे हैं। शासन ने दुकान 6 घंटे खोलने के निर्देश दिए हैं। सुबह 9 से 1 बजे और शाम 4 से 6 बजे का समय निर्धारित किया गया है। जबकि,पहले 8 घंटे दुकान खोलने का नियम था।
ये है हकीकत
पहली दुकान
स्थान- गढ़ा
दुकान क्रमांक - 343
हकीकत- दी नर्मदा कंजूमर्स कोऑपरेटिव स्टोर्स। यह दुकान 11.45 बजे बंद मिली। आस-पास के लोगों ने बताया कि दुकान नियमित नहीं खुलती। इस केन्द्र में पंजीकृत राशन कार्ड धारकों को राशन के लिए बार-बार चक्कर लगाना पड़ता है। कुछ लोगों ने नाम न प्रकाशित करने की बात पर बताया कि कई बार राशन भी कम दिया जाता है।
दूसरी दुकान
स्थान- रानीताल
दुकान क्रमांक - 03
हकीकत- रानीताल उपभोक्ता सह.भण्डार। यह दुकान भी खुले रहने के समय पर बन्द मिली। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि दुकान की शटर में न तो दुकान का नाम लिखा है और न ही किसी तरह का बोर्ड है। ऐसी स्थिति में राशन दुकान के बारे में लोगों को पता नहीं चलता। क्षेत्रीय लोगों के मुताबिक जिम्मेदारों की कार्रवाई से बचने राशन दुकानदार यह मनमानी कर रहा है।
तीसरी दुकान
स्थान- कस्तूरबा गांधी
दुकान क्रमांक - 55
हकीकत- श्री गणेश प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भण्डार। यह राशन केन्द्र भी बंद मिला। यहां सुबह और शाम दो बार पहुंचकर दुकान का जायजा लिया। स्थानीय लोगों का कहना था कि राशन केन्द्र संचालक जब दुकान खोलता है तब खुद ही फोन लगाकर हितग्राहियों को बुला लेते हैं। राशन दुकान मनमर्जी से संचालित की जा रही है।
चौथी दुकान
स्थान- स्वामी विवेकानंद वार्ड
दुकान क्रमांक - 3316059
हकीकत- केशरवानी क्रय-विक्रय उप.सह.भंडार मर्यादित। राशन दुकान खुली नहीं मिली। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि दुकान पहले तो समय पर खुलती थी लेकिन कुछ दिनों से व्यवस्था का पालन नहीं हो रहा है। दुकान के पास खड़े युवक ने बताया कि वह राशन लेने दो दिन से भटक रहा है। शाम के समय भी राशन का वितरण नहीं हो रहा है।
पांचवी दुकान
स्थान- मदन महल
दुकान क्रमांक - 3316346
हकीकत- शिक्षित बेरोजगार उपभोक्ता सह.भण्डार। दोपहर 11.50 बजे दुकान बंद मिली। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि दुकान खुलने और बंद होने का समय निश्चित नहीं रहता। दुकान के समीप स्थित घर के बाहर खड़े व्यक्ति से दुकान खुलने का समय जानने का प्रयास किया। व्यक्ति के मुताबिक दुकान खुलने का निश्चित समय नहीं है। वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना था कि शाम के समय राशन का वितरण किया जाता है।
यह कहते हैं जिम्मेदार
शासन ने राशन दुकान खोले रखने का समय दो घंटे कम कर दिया है। बावजूद इसके अनाज वितरण करने में लापरवाही की जा रही है तो यह ठीक नहीं है। जल्द ही इस मामले में राशन दुकानदारों पर औचक कार्रवाई की जाएगी।
एमएनएच खान,जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी
Published on:
06 Mar 2020 12:18 pm
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