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दरिंदों पर कुछ इस तरह गरजे कमांडोज मेंटॉर ग्रांडमास्टर शीफूजी शौर्य भारद्वाज, देखें खास वीडियो

locationजबलपुरPublished: Jul 14, 2018 11:38:19 pm

Submitted by:

Premshankar Tiwari

शीफूजी ने युवाओं के लिए दिया खास मैसेज

shifuji shaurya bharadwaj latest news

दरिंदों पर कुछ इस तरह गरजे कमांडोज मेंटॉर शिफूजी शौर्य भारद्वाज, देखें खास वीडियो

जबलपुर। रील लाइफ के साथ रियल लाइफ हीरो के रूप में युवाओं की पसंद बने कमांडोज मेंटॉर मास्टर शीफूजी शौर्य भारद्वाज महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराधों से आहत हैं। जबलपुर प्रवास के दौरान पत्रिका से खास बातचीत में उन्होंने अपनी पीड़ा को साझा किया। बात चली तो दरिंदगी को लेकर उनके मन का आक्रोश जुबान पर आ गया। उन्होंने कहा कि देवी तुल्य बालिकाओं और मातृशक्ति के सम्मान से खेलने वाले वहशी दरिंदों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। खासकर रेप केसेज के मामले में सरकार और कानूनविदों को एक बार पुन: ये विचार करना चाहिए कि इस तरह के मामले फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाए जाएं, ताकि दरिंदों को उनके किए की सजा तत्काल मिले और दरिंदगी करने वालों का हश्र देखकर लोगों की रूह कांप जाए। जबलपुर प्रवास के दौरान मास्टर शीफूजी ने जिलहरी घाट जाकर मां नर्मदा का वंदन किया और प्रार्थना भी की कि वे नई पीढ़ी को सही राह व ऊर्जा प्रदान करें।
करें आत्मावकलोकन
अभिनेता टाइगर श्राफ के असल जीवन में गुरू के रूप में पहचान बना चुके कमांडोज मेंटॉर ,कमाण्डो ट्रेनर शीफूजी शौर्य भारद्वाज ने कहा कि संविधान सबसे बड़ा है। हम सभी को इसका सम्मान करना चाहिए। इस तरह के मामलों को लेकर सरकार पर सवाल उठाना सरल है, लेकिन हमें भी सोचना चाहिए कि महिलाओं के सम्मान को बढ़ाने के लिए हम क्या कर रहे हैं। महिलाओं के सम्मान की शुरुआत घर से की जानी चाहिए। बेटों को मातृशक्ति का महत्व बताया जाना चाहिए और बेटी को उसके गौरव का अहसास कराया जाना चाहिए। एक सवाल पर उन्होंने स्वीकार किया कि काफी फूहड़ फिल्मों और धारावाहिकों के कारण भी बच्चों की मानसिकता में फर्क आ रहा है और इसके लिये एक सरकारी गाइड्लायन बनायी जानी चाहिये। उन्होंने कहा कि यह तो वक्त का तकाजा है। सबसे अहम बात यह है कि हमें ही अपने बच्चों को रील और रियल लाइफ का फर्क समझाना चाहिए हमें अपने बच्चों को मातृभूमि का सम्मान, बूढ़े बच्चे महिलाओं का सम्मान, राष्ट्र की सम्पत्ति का सम्मान और अपने देश के संविधान का सम्मान करना सिखाना पड़ेगा और इससे समस्या स्वयं खत्म हो जाएगी।
चौराहे पर दें फांसी
रेप की घटनाओ पर शीफूजी ने कहा कि कानूनविद और न्यायालय इसमें अपना काम कर रहे हैं। सरकार भी इस तरह के अपराधों से चिंतित है। प्रबुद्ध लोग इसका हल खोज रहे हैं। कड़े कानून भी बने हैं। समाज का अभिन्न हिस्सा होने के नाते ऐसा लगता है कि तल्ख लहजे में उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को मिलकर एक नया क़ानून बनाना चाहिये जिसके अनुसार इन दरिंदों को सार्वजनिक रूप से जमीन में गाड़ देना चाहिए या फिर चौराहे में फंदे पर लटका देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये दरिंदे मातृभूमि के लिए कलंक हैं। इन्हें जो भी सजा दी जाए वह कम है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे संस्कृति और नैतिक मूल्यों को समझें। इसको अपनाकर खुद का, समाज का और देश का गौरव बढ़ाएं। इसी में खुशहाली का राज छिपा है।
बेटियों को बनाएं सबल
मिशन प्रहार जैसे अभियान के तहत देश में 39 लाख से भी अधिक बच्चियों को सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण दे चुके मास्टर शीफूजी शौर्य भारद्वाज का मानना है कि बेटियों का सबल बनाया जाना चाहिए। उनके मन में अन्याय का प्रतिरोध करने का हौसला जगाया जाना चाहिए और इसकी सबसे अच्छी शुरुआत घर से ही हो सकती है। एक रिपोर्ट के अनुसार लगभग 90 से 95 प्रतिशत अपराधी जानने वाले होते हैं और ऐसे लोगों का विरोध करने पर घर के सभी सदस्यों का एक जुट होकर बेटियों और बहनों के सम्मान के लिए लडऩा होगा।
टाइगर श्राफ के असल ज़िंदगी के गुरु
– ‘बागी’ और बागी-2 फिल्म में काम कर चुके ग्रांड मास्टर शीफूजी शौर्य भारद्वाज टाइगर श्रॉफ के ऑन स्क्रीन और ऑफ स्क्रीन गुरु हैं और टाइगर ने अनेकों बार अपने मीडिया इंटव्र्यूस में मास्टर शीफूजी को उनकी ऐक्शन ट्रेनिंग और जीवन के प्रति सकारात्मक नज़रिए और देशभक्ति की ट्रेनिंग के लिये धन्यवाद किया है।
– गूगल रिज़ल्ट के अनुसार 2008 से दुनिया के बेस्ट कमांडोज़ मेंटॉर, और दुनिया के बेस्ट कमांडो ट्रेनर का खिताब भी मास्टर शीफूजी को ही हासिल है। वे बेस्ट बॉलीवुड ऐक्शन मेंटॉर भी हैं।
– वर्तमान में वे सबसे घातक और खतरनाक कमांडोज के कमांडों मेंटर हैं और 21 साल के दौरान उनके द्वारा दी गयी फ्रीलान्स ट्रेनिंग सर्विसेज़ का उन्होंने आज तक एक रुपया भी आम्र्ड फ़ॉर्सेज़ और स्पेशल फ़ॉर्सेज़ से नहीं लिया यहाँ तक कि आने जाने का तक एक रूपये आज तक नहीं लिया।
– वह 7 देशों के सबसे बेहतरीन कमांडोंज को ट्रेनिंग देते हैं, जिसमें विश्व के सर्वश्रेष्ठ कमांडोज भी शामिल हैं।
– ग्रांडमास्टर शीफूजी “मिट्टी ” स्पेशलायज़्ड कसटम अर्बन वॉर्फ़ेर के इन्वेंटर जनक हैं । “मिट्टी ” सिस्टम विश्व की सबसे कारगर और एक स्वदेशी घातक क्लोज़ क्वॉर्टर कॉम्बैट काउंटर इंसरजेंसी, काउंटर टेररिज़म ट्रेनिंग पद्धति है जो की सिचूएशन रीऐक्सन टैक्टिक्स के सिद्धान्त पर अर्बन वॉर्फ़ेर के किसी भी कनविनसनल नियम का पालन ना करते हुए शत्रू नाश शत्रू विनाशक पद्धति है।
– एक दर्जन से ज्यादा देसी असल स्थिति में कारगर इक्स्ट्रीम सर्वाइवल टैक्टिक्स और देसी स्ट्रीट फ़ाइट मेथोड्ज़ और इक्स्ट्रीम सेल्फ प्रटेक्शन टेकनिक को इजाद करने वाले मास्टर शीफूजी को ‘मिशन प्रहार’, ‘मिशन मेरी मिट्टी’, ‘मिशन प्रचण्ड भारत’ ,मिशन शहादत सम्मान’, मिशन कंपलसरी मिलिटेरी ट्रेनिंग’, मिशन भगत सिंग’ , मिशन सिपाही सम्मान’, शत्रु विनाशक कीलिंग स्किल’ कट्टर देशभक्ति और कट्टर राष्ट्रवाद के लिए जाना जाता है।

कई नामी हस्तियों को ट्रेनिंग
– बॉलीवुड का शायद ही कोई स्टंट डायरेक्टर या एक्शन फिल्म मेकर हो जो ग्रांड मास्टर शीफूजी शौर्य भारद्वाज को न जानता हो।
– उनके द्वारा ट्रेन स्टंटमेन बॉडी डैबल्ज़ ने हॉलीवुड और बॉलीवुड की लगभग सभी बड़ी बड़ी ऐक्शन मूवीज़ में काम किया है और उन सभी रियल हीरोज़ ने मास्टर शीफूजी को अनेको बार क्रेडिट श्रेय दिया है।
– वे करीब 37 लाख युवतियों महिलाओं को मिशन प्रहार की एनटी रेप टाक्टिक्स,ऐंटी इनहाउस अटैक टैक्टिक्स और इक्स्ट्रीम सर्वाइवल सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दे चुके हैं। आपने अजय देवगन, काजोल, रोहित शेट्टी, श्रद्धा कपूर , सुधीर बाबू, आहान शेटि, मनस्वी ममग़ै, अनंत राज, अथिया शेटि, अमित ठाकरे ,अली क़ुली मिर्ज़ा, विरेंदर सिंह घुम्मन, सुभान नाडीयड्वाला, अंजली तोमर, सूफ़ीयान नाडीयड्वाला, निसा देवगन, श्रेटिमा सिंह, युग देवगन, आइश्वर्या ठाकरे, कृष्णा चतुर्वेदी, वैष्णव शेटि, आरन चौधरी, अभिनव शुक्ला नौरा फातहि को भी ट्रेनिंग दी है।
– मास्टर शीफूजी हमेशा कहते हैं कि उन्होंने कहा कि महिलाओं को सम्मान से जीने का हक है। कोई उन्हें बुरी नजर से देखने की कोशिश भी करे तो उसको सबक सिखाया जाना चाहिए।
– मिशन प्रहार ट्रेनिंग कैम्पज में सिचुएशन के हिसाब से रिएक्ट टेक्टिक्ट्स, सरवाइवल टेक्टिक्ट्स और एंटी रेप टेक्टिक्ट्स के बारे में सिखाया जा रहा है। मार्शल आर्ट एक खेल है और असल की लड़ायी अलग होती है इसलिये सिर्फ़ लडऩा नहि सही समय पर भागना भी हम सिखाते हैं मिशन प्रहार में। भारत में सभी को फि़ट्नेस और सेल्फ़ डिफ़ेन्स अनिवार्य होना चाहिये कब तक दूसरों के भरोसे ज़िंदगी घसीटेंगे लोग।
– मास्टर शीफूजी ने 1999 से लेकर अभी तक लाखों महिलाओं को मिशन प्रहार के तहत भारत के गावों में जा जाकर निशुल्क प्रशिक्षण दिया है और यहाँ तक कि इस मिशन को लगातार चलाने के लिये उन्होंने अपना घर और गाड़ियां तक बेच दी।
देश की आने वाली पीढ़ी से देश बदलेगा
ग्रांड मास्टर शीफूजी शौर्य भारद्वाज ने संविधान के आर्टिकल 51 ए के बारे में कहा और बताया की प्रत्येक भारतीय की कुछ फ़ंडामेंटल डूटीज़ जिम्मेदारियाँ और दायित्व भी हैं जिसे हम सभी को वहन करना चाहिये। शीफूजी का ध्येय और प्रयास हमेशा से ही भारत के युवाओं को देश के प्रति उनके कर्तव्य का आभास करवाने का रहा है और इसी लिये वे आज एक शानदार वक्ता और युवाओं में गुरु और रियल हीरो के रूप में माने जाते हैं आज भारत के करोड़ों युवा मास्टर शीफूजी के द्वारा बताये गये देशप्रेम और समाज में छोटे छोटे बदलाव लाने वाले कार्यों से नि:स्वार्थ रूप से कार्य कर रहे हैं । यही है बदलाव। मास्टर शीफूजी अक्सर अपने विडीओज़ पब्लिक सम्बोधन में कहते हैं कि वतन हम सबका हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सभी भाइयों और बहनों का है। इसे हम सब को मिलकर ही बेहतर बनाना है। शीफूजी हिंदू मुस्लिम एकता को देश के विकास के लिए अहम मानते हैं। उन्होंने अपने अन्दाज़ में कहा कि ” ना हिंदुओं से ना मुसलमानों से, इस मुल्क को तकलीफ़ है ग़द्दार और बेईमानों से” और उसके बाद कहा कि रोज़ी, कपड़ा और मकान की व्यवस्था करने के लिये हम सभी को अपने अपने स्तर पर काम करना पड़ेगा और अपने हक़ के लिये तक़दीर को छोडकऱ तदबीर पर भरोसा करना पड़ेगा।
– ना गिरजाघर घर जानता है, है गुरुद्वारा जानता है, ना मस्जिद जानता है, ना शिवाला जानता है, जो भूखा है बच्चा वो निवाला जानता है, निवाला जानता है।

– ना किसी घर में लाल झंडा रहने दो, ना हरा झंडा रहने दो, मिलो बच्चों की तरह गले फिरसे और हर एक छत पर एक-एक तिरंगा रहने दो।
– कोई कहता है मन्दिर कि आरती ख़तरे में है
तो कोई कहता है मस्जिद की अजान ख़तरे में है।
एक बार हिंदुस्तानी बनके तो देखो मज़ा आएगा
देखकर कि कैसे कुछ नेताओं की दुकान ख़तरे में है।
– ना हिंदू मख़तरे में है ना मुसलमान ख़तरे में है,
बचा लो यारो आज मेरा हिंदुस्तान ख़तरे में है।

और अंत में शीफूजी की जुबानी
मास्टर शीफूजी ने अंत में कहा कि मैं एक सामान्य भारतीय हूं, जिसे ये बहुत अच्छे से मालूम है कि उसके ऊपर भारत मां का इस मिट्टी का और इसके सम्मान के लिये अपने जीवन को न्योछावर करने वाले क्रांंतिकारियों और सिपाहियों का बहुत बड़ा कजऱ़् है और बस अपनी हैसियत के अनुसार में अपने कजऱ् को चुकाने का प्रयास कर रहा हूं । मेरी इतनी क्षमता नहीं कि मैं इस वतन को कुछ दे पाऊं, बस जो इस वतन ने दिया है उसका कैसे धन्यवाद करूं, वही समझ नहीं आता इस मिट्टी का मेरे वतन का मुझ पर ही अहसान बहुत है।
जय हिंद वन्दे मातरम् भारत माता की जय
जय जवान जय किसान।
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