दरअसल नोटबंदी के बाद यह दूसरा वेडिंग सीन स्टार्ट हो गया है। एक महीने के गैप में नोटबंदी का असर कुछ कम हो गया है। मार्केट भी सामान्य हो गया है, वहीं शादी वाले घरों में भी पैसों को लेकर समस्या सुलझ गई है। नवम्बर-दिसम्बर में हुई शादियों में लोगों को परर्चेजिंग से लेकर सामान्य जरूरतों में लगने वाले रुपयों को लेकर खासी दिक्कतें उठानी पड़ी थी, जो कि अब धीरे-धीरे कम होती नजर आ रही हैं। आइए जानते हैं कि सेकंड वेडिंग सीजन में किस तरह लोगों को राहत मिली है। अब वे आसानी से शॉपिंग कर रहे हैं। कुछ दिक्कतें अभी भी ज्यों की त्यों हैं, जिसे स्मार्ट मैनेजमेंट से निपटाया जा रहा है। बैंक अधिकारियों की मानें तो अब बैंकों ढाई लाख रुपए की डिमांड लिए शायद ही कोई आ रहा है।