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परेशानी की हुई ‘विदाई’, शान से होंगे फेरे-गूंजेगी शहनाई

इस वेडिंग सीजन में ज्यादातर कैश में हो रही खरीदी, बैंक में भी अधिक विड्रॉल के लिए कम पहुंच रहे लोग

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praveen chaturvadi

Jan 18, 2017

Marriage

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जबलपुर। कुछ दिन बाद रोशनी की शादी है। शादी की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो गई है। शॉपिंग में पूरा परिवार व्यस्त है। परर्चेजिंग पहले पायदान पर है। अब पैसों को लेकर किल्लत भी नहीं है। कैश और कार्ड पेमेंट से आसानी से सारे काम हो रहे हैं। न तो बैंक की लाइन में लगने की दिक्कत है और न ही ढाई लाख रुपए निकलवाने के लिए वेडिंग कार्ड, पेपर जुटाने की आवश्यकता पड़ रही है।

दरअसल नोटबंदी के बाद यह दूसरा वेडिंग सीन स्टार्ट हो गया है। एक महीने के गैप में नोटबंदी का असर कुछ कम हो गया है। मार्केट भी सामान्य हो गया है, वहीं शादी वाले घरों में भी पैसों को लेकर समस्या सुलझ गई है। नवम्बर-दिसम्बर में हुई शादियों में लोगों को परर्चेजिंग से लेकर सामान्य जरूरतों में लगने वाले रुपयों को लेकर खासी दिक्कतें उठानी पड़ी थी, जो कि अब धीरे-धीरे कम होती नजर आ रही हैं। आइए जानते हैं कि सेकंड वेडिंग सीजन में किस तरह लोगों को राहत मिली है। अब वे आसानी से शॉपिंग कर रहे हैं। कुछ दिक्कतें अभी भी ज्यों की त्यों हैं, जिसे स्मार्ट मैनेजमेंट से निपटाया जा रहा है। बैंक अधिकारियों की मानें तो अब बैंकों ढाई लाख रुपए की डिमांड लिए शायद ही कोई आ रहा है।

पहले का सीन
-पहले 2500, फिर 4500 रुपए एटीएम से निकालने की लिमिट से परेशानी थी। 2.5 लाख रुपए के लिए कई तरह डॉक्यूमेंट, शादी का कार्ड लगाकर पैसे निकाले गए।
-मार्केट में खरीदी के वक्त नोटों की कमी, दो हजार रुपए का नोट लोग ले नहीं रहे थे।
-100 रुपए वाले नोट भी कम अवेलेबल थे।
-लोगों ने शादी में महंगे सामानों की जगह सस्ते और प्रतीकात्मक सामानों को खरीदा था।
-शादियों में शगुन के तौर पर दिए जाने वाले रुपए और भेंट भी कम दी गई थी।
-खरीदारी के लिए कार्ड पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग प्रिफर की गई।
- चैक और ऑनलाइन पेमेंट का फंडा आजमाया गया था।

अब का सीन
-अब एक दिन में दस हजार रुपए निकाले जा सकते हैं। करंट अकाउंट से पैसे निकालने की लिमिट भी एक लाख रुपए
कर दी गई है।
-कैश निकालने की लिमिट बढऩे से 2.5 लाख रुपए लेने के लिए बैंक की औपचारिकताओं से मुक्ति।
-परिवार में यदि हर सदस्य का अकाउंट है तो आसानी से शादी के लिए पर्याप्त रकम विड्रॉल की जा सकती है।
-मार्केट में अब 100, 500 और दो हजार के नोट की अवेलेबिलिटी हुई आसान।
-पर्याप्त कैश की उपलब्धता होने के कारण अब मार्केट में शादी के लिए हो रही है कैश में खरीदारी।
-लम्बे अमाउंट की खरीदारी के लिए अब भी कार्ड पेमेंट किया जा रहा है।
-शादी के लिए ब्रांडेड सामानों की पर्चेजिंग हो गई शुरू।

इनका कहना है
बैंक अधिकारी शशींद्र सिंह का कहना है कि नवंबर और दिसम्बर में शादी वाले परिवार काफी परेशानी में थे। कई दिनों तक उनकी दिक्कतें बनी रहीं। अब बैंक में लिमिट बढऩे से यह समस्या काफी हद तक कम हो गई है। इसके साथ ही लोगों ने कैशलेस सिस्टम को भी अपनाया है। इस वजह से इस वेडिंग सीजन पर शादी वाले परिवार में अधिक परेशानी नहीं हैं।

साक्षी जैन ने बताया शादी इसी महीने है। एेसे में शॉपिंग का दौर जारी है। ज्वेलरी से लेकर कपडे़, गिफ्ट्स की खरीदारी चल रही है। नोटबंदी का असर अब कुछ कम हो गया है। कैश अब ईजी अवेलेबल है। चार पांच हजार रुपए की खरीदारी कैश में ही की जा रही है। इससे बड़े अमाउंट के लिए ऑनलाइन पेमेंट या कार्ड से पेमेंट का सहारा लिया जा रहा है।

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