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अप्रशिक्षित हाथों में स्टेयरिंग, बढ़ रहे सड़क हादसे

74 प्रतिशत हादसों में चालकों की लापरवाही, वर्ष 2016 में 2856 हादसे हुए

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praveen chaturvadi

Jan 11, 2017

Father and daughter were killed in the accident se

Father and daughter were killed in the accident seriously injured

जबलपुर। यातायात नियमों से बेपरवाह वाहन चालकों की गलती से सबसे ज्यादा सड़क हादसे हो रहे हैं। पिछले दो साल में हुए हादसों पर नजर दौड़ाएं, तो 74 प्रतिशत मामलों में चालकों की लापरवाही सामने आई है। बिना प्रशिक्षण और शौकिया वाहन चलाने वाले नाबालिगों से सबसे अधिक दुर्घटनाएं हुईं हैं। जबकि, जिले में पिछले एक साल में 40 के लगभग ड्राइविंग स्कूल खुले। यहां सबसे अधिक प्रशिक्षण लेने वालों में महिलाएं शामिल हैं।

परिवहन विभाग ने 42 हजार के लगभग एलटीवी लाइसेंस 10 साल में जारी किए। शहर में 18 हजार के लगभग ऑटो, पांच हजार के लगभग टैक्सी और सात हजार के लगभग ट्रैक्टर-ट्रॉली और 40 हजार से अधिक ट्रक, बस, ट्रॉला, जेसीबी, डम्पर, हाइवा व स्कूली बस हैं। एेसे लोगों की संख्या अधिक है, जो सामान्य ड्राइविंग लाइसेंस
पर व्यावसायिक वाहन चला रहे हैं। सिर्फ शहर में सात हजार से अधिक ऑटो चालकों के पास एलटीवी लाइसेंस नहीं है।

वर्ष 2016 में हुए 2856 सड़क हादसों में 2113 हादसों में चालकों की लापरवाही हादसे की प्रमुख वजह थी। सड़क पार करते समय भी लगभग 95 लोग घायल हुए। खराब सड़कों के चलते भी हादसे हुए।

योजना नहीं चढ़ी परवान
परिवहन विभाग ने सभी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों को बीते दिनों आदेश जारी किया था कि वे बड़े वाहन चालकों का प्रशिक्षण सुनिश्चित कराएं। लेकिन, एेसा नहीं हुआ।

जिले में लाइसेंस व वाहनों की स्थिति
25 लाख जिले की आबादी
8.15 लाख कुल वाहन
6.75 लाख कुल लाइसेंस
42 हजार एलटीवी लाइसेंस

हादसे की बड़ी वजह
चालकों की लापरवाही74.1
पैदल यात्रियों की गलती2.3
वाहनों की खराब दशा2.6
बाइक व साइकिल
सवार की गलती3.3
मौसम के चलते1.6
खराब सड़क1.9
अन्य कारण14.2
(आंकड़े प्रतिशत में)

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