21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

उच्च शिक्षा के अग्रणी संस्थानों में से एक है बस्तर विश्वविद्यालय, जानिए यूनिवर्सिटी की कुछ ख़ास बातें

BASTAR UNIVERSITY: बस्तर विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ प्रान्त के बस्तर जिले में जगदलपुर नामक शहर में स्थित है। इस विश्वविद्यालय का निर्माण 2 सितम्बर 2008 को राज्य सरकार छत्तीसगढ़ द्वारा छत्तीसगढ़ विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 के अन्तर्गत किया गया। विश्वविद्यालय को अब शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है।

less than 1 minute read
Google source verification
.

शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय

BASTAR UNIVERSITY: बस्तर विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ प्रान्त के बस्तर जिले में जगदलपुर नामक शहर में स्थित है। इस विश्वविद्यालय का निर्माण 2 सितम्बर 2008 को राज्य सरकार छत्तीसगढ़ द्वारा छत्तीसगढ़ विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 के अन्तर्गत किया गया। विश्वविद्यालय को अब शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है।

शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर क्षेत्र में उच्च शिक्षा के अग्रणी संस्थानों में से एक है, जो आदिवासी समुदायों द्वारा प्रमुख है और बड़े पैमाने पर स्नातकोत्तर अध्ययन के लिए समर्पित है और व्यापक रूप से अनुसंधान में अपनी उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है। वर्तमान परिसर जगदलपुर शहर में धरमपुरा -2 क्षेत्र में स्थित है। इसमें अपार जैव विविधता और मूक शिक्षा का स्थान है जो परिसर को एक प्राकृतिक सौंदर्य प्रदान करता है।

यह भी पढ़ें: तीन वर्षों में भी पूरा नहीं बन पाया राज्य का सबसे बड़ा बर्ड एवियरी पार्क, लेट-लतीफी से बढ़ी 25 फीसदी लागत

ये हैं इसके प्रतिष्ठित संकाय
शहीद महेंद्र कर्म विश्वविद्यालय, बस्तर, जगदलपुर, छत्तीसगढ़ के धर्मपुरा परिसर में विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग के 10 स्कूल ऑफ स्टडीज/विभागों में 14 विभिन्न पाठ्यक्रम (स्नातक, स्नातकोत्तर, पीजी डिप्लोमा और सर्टिफिकेट) हैं।

ये है विश्वविद्यालय का उद्देश्य
इस विश्वविद्यालय का उद्देश्य वंचितों की क्षमताओं को बढ़ाना और भावी पीढ़ियों के लिए मानवीय मूल्यों को संरक्षित करना है। विश्वविद्यालय में डॉक्टरेट की पढ़ाई भी शुरू कर दी गई है। विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों के पास एक उच्च राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार है और उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों में भी भाग लिया है।