
World Depression Day : बढ़ रहे मानसिक समस्याओं के मामले, हर दिन 3 से 5 लोग करते हैं आत्महत्या का प्रयास
जगदलपुर . मस्तमौला जीवन जीने के लिए जाने पहचाने जाने वाले बस्तरवासी भी अब डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। इसी के कारण अब यहां के लोगों में आत्महत्या करने का प्रयास बढ़ता जा रहा है। मेडिकल कॉलेज के आंकड़ों की तरफ नजर डालें तो हर दिन यहां कम से कम 3 से 5 ऐसे मरीज आते हैं जो डिप्रेशन की वजह से आत्महत्या का प्रयास करते हैं।
यह बन रही मुख्य वजह
आत्महत्या के ज्यादातर मामलों में प्रेम संबंध, पति-पत्नी का विवाद, ससुराल या घरेलू विवाद, आर्थिक तंगी, कर्ज या प्रताडऩा ही वजह सामने आई है। इसमें लोगों में धैर्य की कमी, माता-पिता से दूरी, अच्छे दोस्त की कमी, घर का माहौल समेत अन्य भी इसके अहम कारण हैं। इसके साथ ही ऑनलाइन ठगी और डेटिंग एप्प के चक्कर में पडऩे के बाद ब्लैक मेल और परिवार के पैसे हारकर कुछ लोगों ने आत्महत्या का कदम उठाया है।
आत्महत्या के प्रयास के मामले
वर्ष - संख्या
अगस्त तक के आंकड़े
60% ने फांसी लगाई
आत्महत्या करने वालों में 50 प्रतिशत ने फांसी लगाई, 23 प्रतिशत ने जहर सेवन कर, 10 प्रतिशत आत्मदाह कर और पांच प्रतिशत ने पानी में डूबकर जान दी। आर्थिक तंगी के चलते 25 प्रतिशत ने और 15 प्रतिशत ने घरेलू विवाद में आत्महत्या की। पांच प्रतिशत युवकों के आत्महत्या के पीछे अन्य कारण हैं। आत्महत्या करने वालों में नाबालिग भी शामिल हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक आज कल के बच्चे शारीरिक खेल नहीं खेलते। जिसकी वजह से मानसिक रूप से मजबूत नहीं हैं। जरा सी बात पर झल्लाहट और आवेश में आकर आत्महत्या जैसे कदम उठा रहे हैं।
एक्सपर्ट व्यू
इस तरह के सामने आ रहे हैं मामलेकेस 1 : मोबाइल खेलने से मना किया तो कर ली आत्महत्या
पथरागुड़ा निवासी एक परिवार जब अपने बच्चे के लगातार मोबाइल की लत से परेशान होकर उसने सख्ती से खेलने से मना कर दिया और मोबाइल भी अपने पास ले लिया। इस बात से बच्चे ने अपने रूम में जाकर आत्महत्या कर ली थी। परिवार को जब इस बात की जानकारी मिली तो उन पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा और वे इसके लिए अपने आप को दोष देने लगे।
केस 2 : डेटिंग साइट पर मां पिता की पूंजी लुटा दी
शहर में एक मामला ऐसा भी है जिसमें एक युवा ऑन लाइन डेटिंग साइट के चक्कर में फंस गया। इस साइट के में ठगों ने उससे धीरे-धीरे इतने लाखों रुपए मंगा दिए। ऐसे में युवा ने परिवार वालों की जमा पूंजी इनके खातें में डाल दी। अंत में जब उसे पता चला कि उसके साथ ठगी हो गई है और उसने परिवार वालों की जमा पूंजी फूंक दी है। इसके बाद आत्मग्लानी में उसने आत्महत्या कर ली।
फैक्ट फाइलमेकाज में आत्महत्या के प्रयास के मामले
वर्ष - संख्या
2018 - 1032
2019 - 1169
2020 - 1109
2021 - 903
2022 - 1123
2023 - 922 अगस्त तक के आंकड़े...
एक्सपर्ट व्यू
इसमें से 20 प्रतिशत लोग मौत के काल में समा जाते हैं। गौरतलब है कि यह स्थिति तब है जब विश्व आत्महत्या प्रिवेंशन डे जैसा दिन पूरे विश्व में बनता है। जिसके तहत इसकी रोकथाम के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं। इसके बाद भी लगातार लोगों का डिप्रेशन में जाना और आत्महत्या का प्रयास करने की संख्या में वृद्धि होना और वह भी बस्तर में बेहद चिंताजनक बात है।
Updated on:
11 Sept 2023 07:59 pm
Published on:
11 Sept 2023 07:54 pm
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