CG News: रविवार को करपावंड वन परिक्षेत्र के करपावण्ड कोलावल मार्ग पर 2 मोटर सायकल में सवार चार पैंगोलिन तस्करों को वन विभाग ने पकड़ने में सफलता हासिल की है। बताया जा रहा है कि सभी आरोपी ओडिशा से संरक्षित वन्य प्राणी पैंगोलिन की तस्करी कर बेचने की फिराक में थे।
उप वन मंडलाधिकारी देवलाल दुग्गा ने बताया कि जूट की थैले में एक जीवित पेंगोलिन के साथ चार आरोपी छत्तीसगढ़ आकर बेचने के लिए ग्राहक तलाश कर रहे हैं कि मुखबिर की सूचना के आधार पर उप वनमण्डलाधिकारी बस्तर, परिक्षेत्र अधिकारी करपावण्ड एवं अन्य वन अधिकारियों की एक टी करपावण्ड कोलावल मार्ग पर घेराबंदी कर 2 मोटर सायकल में एक जूट की थैले में एक जीवित पैंगोलिन के साथ चार आरोपियों रंजीत मलिक, मकर भतरा, अजय निहाल, लंबा सुना को पकड़ा गया।
वन विभाग के अधिकारियों द्वारा वन्य प्राणी पैंगोलिन को सुरक्षित अपने कब्जे में लेकर चारों CG News आरोपियों को करपावण्ड वन परिक्षेत्र कार्यालय लाया गया एवं वन अपराध प्रकरण दर्ज कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की तैयारी कर रही है।
इस कार्यवाही में योगेश कुमार रात्रे, सुर्यप्रकश ध्रुव वन परिक्षेत्र अधिकारी माचकोट, प्रकाश ठाकुर वन परिक्षेत्र अधिकारी चित्रकोट, देवेन्द्र वर्मा वन परिक्षेत्र अधिकारी जगदलपुर, जयराज पात्र वनरक्षक, श्रीधर स्नेही सीएफओ जगदलपुर, का सराहनीय योगदान रहा। गौरतलब है कि वन्य प्राणी पैंगोलिन वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मारना एवं खरीद फरोत करना अपराध है।
CG News: गौरतलब है कि पैंगोलिन नेपाल, श्रीलंका, भूटान और भारत के पहाड़ी और हल्के मैदानी क्षेत्रों में पाया जाता है। भारत में इसे सल्लू सांप भी कहा जाता है। यह एक विलुप्त दुर्लभ प्रजाति का जीव है, जो ज्यादातर एशिया और अफ्रीका में पाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करोड़ों रुपए में होने के कारण भी पेंगोलिन की तस्करी जमकर की जाती है।
Updated on:
30 Sept 2024 05:18 pm
Published on:
30 Sept 2024 05:17 pm