5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

CG News: इंद्रावती टाइगर रिजर्व… पर्यटकों के लिए हो सकता है खास डेस्टिनेशन, देखें वाइल्ड लाइफ का समृद्ध संसार

CG News: वह दिन दूर नहीं जब इन्द्रावती टाइगर रिजर्व (आईटीआर) मध्यप्रदेश के कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान की तरह पर्यटकों का सबसे पसंदीदा नेशनल पार्क होगा। शांति बहाली के लिए जारी निर्णायक प्रयासों के बीच अब इन्द्रावती टाइगर रिजर्व को पर्यटकों के अनुरूप तैयार करने की तैयारी शुरू हो चुकी है।

2 min read
Google source verification
CG News

CG News: वाइल्ड लाइफ में दिलचस्पी रखने वालों के लिए यह एक खास डेस्टिशनेशन हो सकता है। यहां पर्यटक जंगल सफारी के साथ वन्यजीवों को करीब से देख पाएंगे। अभी हालात सामान्य होने में थोड़ा वक्त है लेकिन कवायद शुरू हो चुकी है।

CG News

CG News: इन्द्रावती टाइगर रिजर्व में बाघ, तेंदुआ, चीतल, बारहसिंघा, वन भैसा, नीलगाय, गौर और भालू सहित अनेक प्रजाति के वन्यजीव मौजूद है। इसके अलावा यहां पर 200 से अधिक प्रजाति के पक्षियों सहित दुर्लभ गिद्धों का संसार बसा है।

CG News

CG News: इन्द्रावती नदी के किनारे स्थित यह नेशनल पार्क अपनी प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यह हरी-भरी वादियों, खूबसूरत पहाड़ियों, विविध प्रजाति के पक्षियों, दुर्लभ प्रजाति के वन भैसा सहित बाघों का पसंदीदा रहवास है।

CG News

CG News: यहां घांस के विशाल मैदान हैं। यहां उष्ण कटिबंधीय फूलों की घाटी भी पाई जाती है। यही वजह है कि यह उद्यान प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। यह प्रकृति प्रेमियों के लिए अनुपम उपहार है।

CG News

CG News: आरसी दुग्गा, सीसीएफ बस्तर: शांति स्थापना के बाद इन्द्रावती राष्ट्रीय उद्यान वाइल्ड लाइफ टूरिज्म के क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा केंद्र होगा। इन्द्रावती दुर्लभ वन भैसों का एकमात्र रहवास है। यहां विविध प्रकार के जीव जंतुओं का बसेरा है। ऐसे में यह स्थान कान्हा से भी बेहतर पर्यटन स्थल साबित हो सकता है।

CG News

CG News: इंद्रावती नेशनल पार्क को दुर्लभ जंगली भैसों का घर कहा जाता है। यहां पर बाघ, चीतल, गौर, सांभर, नीलगाय, तेंदुआ, भौंकने वाला हिरण, बारहसिंघा, चौसिंघा, ढोल, भालू, जंगली सूअर, धारीदार लकड़बग्घा, साही, उड़ने वाली गिलहरी, बंदर, पैंगोलिन और लंगूर इत्यादि पाए जाते हैं।