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CG News: PM मोदी का सपना होगा पूरा… जगदलपुर में तैयार हो रहा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, सुधरेगी बस्तर की सेहत

CG News: विशेषज्ञों की मानें तो 100 दिन में सरकार को चरणबद्ध काम करना होगा। बस्तर में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की शुरुआत के लिए अब यहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती की ही जरूरत है...

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CG News: बस्तर संभाग के लिए सुपर स्पेशलिटी अस्तपाल का सपना खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देखा था, लेकिन आज तक यह पूरा नहीं हो सका। इसके सफल संचालन और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए डॉक्टरों की भर्ती का वादा भी सरकार ने किया था। इसे पूरा करने के लिए सरकार के 100 दिनों का रोडमैप पत्रिका ने विशेषज्ञों की मदद से तैयार किया।

CG News: विशेषज्ञों की मानें तो 100 दिन में सरकार को चरणबद्ध काम करना होगा। बस्तर में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की शुरुआत के लिए अब यहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती की ही जरूरत है। यह हो जाता है तो सरकार को इसकी शुरूआत के लिए पांच साल का भी समय नहीं लगेगा, इसकी शुरूआत छह महीनों के अंदर ही हो जाएगी। भर्ती से जहां विशेषज्ञ मिल जाएंगे, वहीं इसका फायदा पूरे बस्तर समेत ओडिशा राज्य के मरीजों को भी मिलेगा।

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1 सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को चलाने का सबसे पहले प्लान तैयार होना चाहिए। इस पूरे सेटअप को मेडिकल कॉलेज को संचालित करने के लिए देना है या फिर स्वतंत्र तरीके से सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का प्रबंध काम करेगा।

2 इसके बेहतर संचालन के लिए सबसे पहले बजट को व्यवस्थित करना होगा इसके लिए सबसे पहले डीएमएफटी फंड राज्य सरकार द्वारा सेपरेट तरीके से फंड और जब तक एनएमडीसी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल तैयार करके नहीं दे देता तब तक उनसे भी इसके लिए फण्ड लिया जा सकता है।

3 बस्तर दूरस्थ अंचल होने के साथ-साथ नक्सल प्रभावित भी है इसलिए जरूरी है की केरल से क्षेत्रफल में बड़े बस्तर के लिए अलग-अलग जिले में यहां के विशेषज्ञ साप्ताहिक रूप से अपनी सेवा दें। इससे स्वास्थ्य में तो बेहतर होगी साथ में समय पर बेहतर उपचार भी मिल सकेगा।

CG News: ऐसे पूरा हो सकता है लक्ष्य

सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के संचालन को लेकर बड़ा सवाल है। ऐसे में इसके लिए मेडिकल कॉलेज और सुपर स्पेशलिटी प्रबंधन को एक साथ आना होगा। वहीं इसके संचालन की जिमेदारी मेकाज को दी जा सकती है। इससे न केवल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल मिलेगा बल्कि बस्तर संभाग में पहली बार विशेषज्ञ डॉक्टर बैठेंगे। नक्सल घटनाओं में घायल लोगों को भी बस्तर में ही बेहतर इलाज मिलना संभव हो पाएगा। इसके लिए जरूरी है कि डॉक्टरों की भर्ती तेजी से शुरू हो। वहीं मशीनों को इंस्टालेशन भी जल्द किया जाए।

बजट..केंद्र का भी लेना होगा सहयोग

पूरी तरह से इसके संचालन के लिए डीएमएफटी पर निर्भर नहीं रहा जा सकता। बजट के लिए राज्य के बजट में प्रावधान करना होगा। केंद्र से भी राशि की मदद लेनी होगी। इसके साथ ही जब तक एनएमडीसी वादे के अनुसार बस्तर में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल नहीं खोल लेता तब तक इसके संचालन की एक बड़ी राशि उससे भी लिया जाना चाहिए। जिससे की इसका संचालन सामान्य रूप से हो सके।