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संभाग आयुक्त व बस्तर आईजी ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा

कोन्टा : राहत केंद्रों का किया निरीक्षण, पीड़ित लोगों से की चर्चा, नेशनल हाईवे 10 दिनों से बंद माल वाहक वाहनों की लगी है लंबी कतार, बढ़ रही मुश्किलें, कलेक्टर हरिस एस ने आत्मानंद राहत केंद्र में लोगों से की मुलाकात जाना उनका हालचाल

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संभागायुक्त धावड़े बाढ़ पीड़ित महिला से जानकारी लेते हुए

संभागायुक्त धावड़े बाढ़ पीड़ित महिला से जानकारी लेते हुए

सुकमा . बुधवार को बस्तर कमिश्नर श्याम धावडे, बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी ने कोंटा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने राहत केंद्रों में लोगों से चर्चा कर बाढ़ में हुई क्षति तथा राहत शिविर में प्रदाय की जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने राहत शिविरों में स्वच्छता, जल आपूर्ति, विद्युत व्यवस्था, भोजन व्यवस्था आदि का संज्ञान लिया। कमिश्नर धावड़े ने राहत केंद्र पर लोगों के समयानुसार जल्दी भोजन प्रदान करने निर्देशित किया है। बुधवार को बस्तर कमिश्नर श्याम धावडे, बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी ने कोंटा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में स्वच्छता व्यवस्था को और बेहतर करने के निर्देश दिए। इस दौरान सुकमा कलेक्टर हरिस एस, पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा व अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे। राहत शिविर में लोगों ने बताया कि प्रशासन द्वारा उन्हे सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।

कोन्टा से 3 किमी दूर आंध्रप्रदेश के विरापुरम के पास के सड़क में करीब 5 फीट बाढ़ का पानी नेशनल हाईवे 30 में बुधवार की शाम तक बना हुआ था। जिसके कारण से आवागमन पूरी तरह से बंद है। जिसकी वजह से अब भी सैकड़ों की संख्या में जगह जगह वाहनों की कतार लगी है। इधर वाहन चालकों के लंबे समय से फंसे होने से उनकी मुश्किलें बढ़ा दी है। क्योंकि यही एक मार्ग दक्षिण के राज्यों से जोड़ने का काम करती है। बाढ़ के कारण सैकड़ों वाहनों के आवागमन में ब्रेक लगा हुआ है।

इधर कलेक्टर हरिस.एस ने कोन्टा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया, उन्होंने राहत शिविर में लोगों से हालचाल जाना। राहत शिविर में रह रहे लोगों के लिए तैयार भोजन की गुणवत्ता भी जांच की। कलेक्टर हरिस एस ने कोंटा में स्वामी आत्मानंद स्कूल में राहत केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां रह रहे बाढ़ प्रभावित लोगों से चर्चा की और भोजन सहित अन्य सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान वार्ड क्रमांक 7 के निवासी शेख मुनीर ने बताया की राहत केंद्र में प्रशासन द्वारा की गई सभी व्यवस्थाएं गुणवत्ता पूर्ण है। समय पर गरम भोजन, सूखा राशन प्रदाय किया जाता है। टैंकर के माध्यम से पेयजल व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है। राहत केंद्र में स्वास्थ्य विभाग द्वारा मच्छरदानी वितरित की गई है और मेडिकल कैंप के माध्यम से उपचार कर दवा वितरण किया जा रहा है। कलेक्टर हरिस एस व एसपी सुनील शर्मा ने पोस्ट मैट्रिक छात्रावास में राहत केंद्र के लिए बनाए जा रहे भोजन की गुणवत्ता भी जांची। उन्होंने रसोई स्थल का अवलोकन किया, और इसके पश्चात जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों ने भोजन किया। इस दौरान जिपं सीईओ डीएन कश्यप, एसडीएम कोंटा बनसिंह नेताम, एएसपी सचिन्द्र चौबे, एसडीओपी कोंटा गिरजा शंकर ने भी भोजन ग्रहण किया।

आत्मानंद स्कूल में बन रहे नए भवन में शरण लिए एक अन्य परिवार ने बताया कि विद्युत व्यवस्था की कमी है, जिसपर कलेक्टर हरिस. एस ने एसडीएम कोंटा व संबंधित अधिकारी को राहत केंद्र में शीघ्र बिजली व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने लोगों से कुशलक्षेम जाना, और कहा की रात को सोते समय मच्छरदानी का उपयोग अवश्य करें।

प्रत्येक परिवार से व्यक्तिगत रूप से मिलकर करें क्षति का आंकलन : कोंटा नपं अंतर्गत सभी वार्डों में आज से बाढ़ से हुई क्षति का सर्वे कार्य प्रारंभ किया गया। कलेक्टर एवं एसपी ने वार्ड क्रमांक 6 में सर्वे कार्य का अवलोकन किया। कलेक्टर ने सर्वे कार्य में लगे अधिकारियों को वार्ड के परिवारों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर वास्तविक क्षति का आंकलन करने कहा।