यह भी पढ़ें:
Union Agriculture Minister: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान 13 को आएंगे अंबिकापुर, गृहमंत्री व वित्तमंत्री ने लिया तैयारियों का जायजा- See Video वे पीठ पीछे काफी गड़बड़ कर रहे हैं। मेरे पास इसके प्रमाण हैं। यह समाज की सुरक्षा का विषय है पर राहुल गांधी इस पर गंभीर नहीं हैं। विजय शर्मा ने कर्रेगुट्टा ऑपरेशन में तेलंगाना की कांग्रेस सरकार से सहयोग नहीं मिलने के सवाल पर यह बात कही। भाजपा पहले ही राहुल गांधी की शांति समन्वय समिति से दिल्ली में मुलाकात पर सवाल उठा रही है।
यह समिति नक्सलियों और सरकार के बीच शांति वार्ता करवाने के लिए बनाई गई है।
छत्तीसगढ़ की सरकार ऐसी किसी भी समिति के माध्यम से बातचीत के लिए इंकार कर चुकी है। ऐसे वक्त में गृहमंत्री विजय शर्मा ने राहुल गांधी को लेकर बड़ी बात कह दी है। शर्मा ने आगे कहा कि हम बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन उनसे ही बात होगी जिनके हाथ में हथियार नहीं है। वे हथियार छोडक़र आएं हम उनसे जरूर बात करेंगे। शर्मा ने कहा कि सरकार से वार्ता करने को हम तैयार है, पर नक्सली किस विषय पर वार्ता करना चाहते हैं, इसका मकसद उन्हें बताना होगा।
केवल पत्र लिख देने से शांति वार्ता नहीं होगी, हथियार डालें विजय शर्मा ने कहा कि केवल पत्र लिख देने से शांति वार्ता नहीं होगी। इसके लिए उन्हें खुद आगे आकर पहल करनी होगी और यह तभी होगा जब से हथियार छोडक़र हमारे सामने आएं। शर्मा ने यह भी स्पष्ट किया कि नक्सलियों के ऊपर जितने भी मामले दर्ज हैं, वह धाराएं सीधे खत्म नहीं होंगी। उनके समर्पण के बाद आगे की जो पुनर्वास नीति है उसके तहत देखा जाएगा, जहां अच्छा रिजल्ट दिखेगा तो वहीं प्रकरण भी वापस हो जाएंगे।
नक्सलियों के बच्चे विदेश में पढ़ रहे, बस्तर में वे स्कूल उड़ा रहे गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि नक्सलियों के बच्चे विदेशों में पढ़ रहे हैं, जबकि बस्तर के भोले-भाले ग्रामीणों के बच्चे को वे शिक्षा लेने का अधिकार भी नहीं दे रहे हैं। बस्तर में नक्सली अब तक 200 से अधिक स्कूलों को बम से उड़ा चुके हैं।