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साल के आखरी पूर्णिमा में बना 32 गुणा अधिक फल देने वाला योग… जानिए पूजा की विधि और शुभ मुहूर्त

Margashirsha Purnima : मार्गशीर्ष की पूर्णिमा के दिन शुक्ल योग और ब्रह्म योग का शुभ संयोग बन रहा है। इन शुभ योगों में भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और चंद्रमा की पूजा साधक को विशेष फलदाई साबित हो सकता है।

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Mokshada Purnima : आगामी मंगलवार को वर्ष की अंतिम पूर्णिमा मार्गशीर्ष की पूर्णिमा है। इस पूर्णिमा को मोक्षदा पूर्णिमा भी कहा जाता है। मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर इस बार बहुत खास योग बनने जा रहा है। खास योग में माता लक्ष्मी का पूजन आपके भाग्य खोल सकता है। इस दिन नदी स्नान और गीता पाठ का बहुत महत्व है। मार्गशीर्ष की पूर्णिमा के दिन किया गया पूजा अर्चना 32 गुना लाभ देने वाला है। यही वजह है कि इस दिन को बत्तीसी पूर्णिमा भी माना गया है।

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Mokshada Purnima : पूजा से मिलता अरोग्य और आयु में होती वृद्धिपुराणों के अनुसार मार्गशीर्ष की पूर्णिमा के दिन किया गया व्रत, पूजा करने से आरोग्य प्राप्त होता है और आयु में वृद्धि होती है। इस दिन तुलसी की जड़ की मिट्टी और नदी स्नान से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है। इस दिन किए गए दान से 32 गुणा फल प्राप्त होता है इसलिए इस पूर्णिमा को बत्तीसी पूर्णिमा भी कहते हैं।

मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन शुभ योग

पंडित दिनेश दास ने बताया कि मार्गशीर्ष की पूर्णिमा के दिन शुक्ल योग और ब्रह्म योग का शुभ संयोग बन रहा है। इन शुभ योगों में भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और चंद्रमा की पूजा साधक को विशेष फलदाई साबित हो सकता है। शुक्ल योग 26 दिसंबर की सुबह 4 बजकर 23 मिनट से 27 दिसंबर की सुबह 3 बजकर 22 मिनट तक रहेगी इसके बाद ब्रह्म योग है।

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मार्गशीर्ष की पूर्णिमा का मुहूर्त

ज्योतिषाचार्य पंडित दिनेश दास ने बताया कि हिन्दू पंचांग के अनुसार साल का अंतिम पूर्णिमा मार्गशीर्ष की पूर्णिमा 26 दिसंबर की सुबह 5 बजकर 46 मिनट से 27 दिसंबर की सुबह 6 बजकर 2 मिनट तक रहेगी। मंगलवार को पूर्णिमा का व्रत, स्नान और दान मान्य रहेगा। स्नान के लिए सुबह 5 बजकर 22 मिनट से 6 बजकर 17 मिनट का समय सबसे श्रेष्ठ है।

क्रिसमस शांति रैली 26 को

चन्दैया मेमोरियल मेथोडिस्ट एपिस्कोपल लाल चर्च के द्वारा 26 दिसंबर मंगलवार को रैली मेथोडिस्ट एपिस्कोपल कन्वेंशन मैदान से दोपहर 1 बजे प्रारंभ होगी। लाल चर्च मसीह समाज के प्रवक्ता रत्नेश बेंजामिन ने बताया कि लालचर्च से आकाशवाणी के सामने से होते हुए गुरु गोविंद सिंह चौक, पनामा चौक, मिताली चौक, गोल बाजार, चौक स्टेट बैंक चौक, शहीद पार्क तिराहे, चांदनी चौक से होते हुए कमिश्नर ऑफिस के कार्यालय के सामने से वापस मेथोडिस्ट एपिस्कोपल कन्वेंशन मैदान में पहुंचकर समाप्त होगी।