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अगर बस्तर में बारिश का यही हाल रहा तो, शाम 4 बजे तक आ सकती है आफत

ओडिशा (Odisa) में इंद्रावती नदी (Indravati River) पर बने डेम में जलभराव की स्थिती पैदा होने से 2 बजे खोल दिए जाएगें डेम, शाम 4 बजे तक इंद्रावती नदी में बाढ़ (flood) आ सकती है।

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water logging

अगर बस्तर में बारिश का यही हाल रहा तो, शाम 4 बजे तक आ सकती है आफत

जगदलपुर. बस्तर में ३ दिनों में हो रही लगातार बारिश से बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर भी इस बारिश की चपेट में आ गया है बताया जा रहा है कि, लगभग आधा दर्जन कॉलोनियो में जल भराव की स्थिती है। अगर बारिश का यही हाल रहा तो इंद्रावती नदी पर बने खातीगुड़ा के डेम खोल दिए जाएगें और बस्तर की प्राणदायिनी नदी इंद्रावती अपना विकराल रूप ले लेगी जिससे बस्तर में जल भराव की स्थिती बाढ़ में तब्दील हो सकती है। हालाकि ३ दिन से हो रही लगातार बारिश ने अपना विकाराल रूप कल शाम से दिखाना शुरू किया है। कल शाम से बारिश की स्थिती शहर वासियों के लिए बेहद चिंताजनक हो गई है। आपको बता दें कि, शहर के लगभग आधे हिस्से में जलभराव की स्थिती है। जहां लोगों के घरों में घुटने तक पानी भर गया है।

Water Logging

भारी बारिश के चलते शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जहां एक ओर जल भराव की स्थिति निर्मित हो गई। पिछले 3 दिनों से हो रही लगातार बारिश की वजह से शहर के धरमपुरा मार्ग, बिनाका मॉल के सामने, अनुपमा चौक, संजय मार्केट, गीदम रोड में पानी भरने की वजह से राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं रिहाइशी इलाके सन सिटी मोहन नगर जैसे निचली बस्तियों में भी पानी भर गया है। शहर से लगा करकापाल गांव एक ऐसा इलाका है जो दोनों ओर नाले से घिरा है गांव दोनों ओर से जल भराव की वजह से लोगों को आवाजाही में दिक्कत हो रही है। लोग अपने घर से निकल नहीं पा रहे है।

डिमरापाल मेडिकल कॉलेज रास्ते पर जलभराव से लोगों को अस्पताल पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नालियों से गंदा पानी निकलकर लोगों के घरों में जा रहा है। लगातार बारिश के चलते शहर के कई निजी शैक्षणिक संस्थाओं ने अवकाश घोषित कर दिया है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए निगम प्रशासन के साथ जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन और महापौर जतिन जायसवाल खुद ही प्रभावित क्षेत्र में पहुँचकर कर राहत कार्य में हाथ बटां रहे है।