
शिविर का आयोजन कर रहा स्वास्थ्य विभाग
Gondi dialect : बस्तर में अब नक्सली इलाकों में आदिवासियों के बीच फैले स्वास्थ्य सबंधी अंधविश्वासों को दूर करने के लिए उन्हीं की भाषा का प्रयोग किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने अब ऐसे इलाकों के लिए गोंडी बोलने वालों को अपने साथ रखा है।
यह लोग अब अंदरूनी इलाकों में लोगों के बीच जाकर किसी के बीमार होने पर सिरहा गुनिया और झाड़ फूंक जैसी चीजाों में समय व्यर्थ न करके अस्पताल की ओर रूख करने जागरूक कर रहे है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग शिविर का भी आयोजन कर रहा है, जिससे की उनका अस्पताली इलाज पर भरोसा बढ़ सके। ऐसा हाल ही में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन धुर नक्सल प्रभावित चांदामेटा में किया गया।
कलेक्टर का कहना है
स्वास्थ्य शिविर के दौरान ग्रामीणों को बीमारियों की जांच और इलाज की सुविधा मिलने पर कलेक्टर चन्दन कुमार ने कहा किजिले के अंतिम लाभार्थी तक पहुंचने हेतु ज़लिा प्रशासन प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से एक ही जगह पर स्वास्थ्य समस्याओं की जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई गयी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरीज़ों का उपचार, स्वास्थ्य क्षेत्र में जिले की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
53 लोगों ने जताया विश्वास, शिविर में करवाया इलाज
जिले के दूर दराज और संवेदनशील इलाकों के जरूरतमंद लोगों को बीमारियों से बचाने एवं उपयुक्त इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। कोलेंग के निकट , छिंदगुर प्रथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले चांदामेटा ग्राम में जिला कलेक्टर चन्दन कुमार के निर्देशन में एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इसमें शून्य से 5 वर्ष के 22, 6 वर्ष से 14 वर्ष के 11, एवं 15 वर्ष से अधिक उम्र के 20 लाभार्थियों की विशेषज्ञों द्वारा स्वास्थ्य जांच की गयी। दवाओं का वितरण भी किया गया।
दर्जनों बीमारी के लिए लगातार हो रहे स्वास्थ्य शिविर
सीएमएचओ डॉक्टर आर.के.चतुर्वेदी ने बताया कि जिले में मलेरिया, कुपोषण, रक्त की कमी, सर्दी खांसी जैसे संचारी-गैर संचारी बीमारियों पर नियंत्रण एवं रोकथाम के लिये स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दूरस्थ इलाके में स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा है। दरभा विकासखंड के अंतर्गत पहाड़ी इलाके में रहने वाले चांदामेटा के कुल सात पारा के ग्रामीण जनों, जिनकी संख्या लगभग 290 है उनके लिए आयोजित शिविर में मलेरिया जांच, हीमोग्लोबिन, आर.बी.एस. जांच, उच्च रक्तचाप, शुगर, सर्दी खांसी,के मरीजों की पहचान की गई।
अंदरूनी इलाके में स्वास्थ्य शिविर का लाभ मिलने से ग्रामीण खुश हुए हैं। वहीं जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. एस.एस. टेकाम ने बताया कि चांदामेटा में 53 ग्रामीणजनों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया गया तथा उन्हें व्यक्तिगत स्वच्छता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।
Published on:
01 Jan 2023 03:31 pm
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