
जगदलपुर . सीमावर्ती राज्य तेलंगाना में बुधवार को मेडारम मेला की शुरुआत हो गई। इस मेले को विश्व का सबसे बड़ा आदिवासी मेला कहा जाता है। माघ पूर्णिमा तिथि पर हर साल मेडराम मेला शुरू होता है। इस साल भी इस तिथि पर सम्मक्का-सरलम्मा के जातरा का आयोजन किया गया। पहले दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां मेडाराम मेले में जुटे।
गुरुवार को मेले में देवी सरलम्मा का आगमन हुआ। तेलंगाना के मुलुगु जिले के तड़वई मंडल के मेडारम में लगने वाला यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला है। इसका आयोजन आदिवासी परंपरा के अनुसार किया जाता है। यह एक दुर्लभ और अपनी तरह का अनूठा अनुष्ठान जहां एक छोटे से पवित्र केसर के बर्तन को सर्वोच्च देवी माना जाता है, जहां देवी को गुड़ सोने के रूप में चढ़ाया जाता है।
मेले में छत्तीसगढ़ के साथ ही पड़ोसी राज्यों ओडिशा, आंध्रप्रदेश, झारखंड के लाखों श्रद्धालु जुटते हैं। मान्यता है कि यह देवी सम्मक्का और सरलम्मा का आशीर्वाद और दैवीय शक्ति है। मेले के इतिहास में किसी को भी कभी भी मामूली नुकसान नहीं हुआ है। इस साल मेले में आने वालों की जरूरतों को पूरा करने के लिए तेलंगाना राज्य सरकार ने अस्थायी और स्थायी व्यवस्था के लिए करीब 75 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं।
इस साल श्रद्धालु मेले का हेलीकॉप्टर से नजारा ले पाएंगे
तेलंगाना का पर्यटन विभाग इस साल मेडाराम मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हेलीकॉप्टर राइड का आयोजन कर रहा है। जिला पर्यटन अधिकारी वाई. शिवाजी ने बताया कि मुलुगु जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार मेडारम मेले के लिए यह विशेष सुविधा प्रदान की जा रही है। बेंगलुरु स्थित तुम्बी एविएशन रविवार से हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराएगी। हनुमाकोंडा आर्ट्स कॉलेज ग्राउंड से मेडाराम आने-जाने तक की यात्रा की किराया 19,999 लिए जाएंगे। वहीं मेडारम मेले में हवाई दृश्य की सवारी के लिए 3700 शुल्क लिए जाएंगे। मुलुगु कलेक्टर ने एक बयान में कहा कि मेडारम जतारा आने वाले भक्त इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। हेली राइड टिकट बुकिंग, अन्य जानकारी के लिए फोन नंबर 94003999999, 9880505905 पर संपर्क किया जा सकता है।
Published on:
18 Feb 2022 02:42 am
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