
Sideway Skyscraper: रेगिस्तान में 766 अरब की लागत से 'आठवें अजूबे' की तैयारी
रियाद. दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा (828 मीटर) बनाने वाला सऊदी अरब अब दुनिया का 'आठवां अजूबा' बनाने जा रहा है। वह 766 अरब रुपए (800 अरब पाउंड) की लागत से विशालकाय 'साइडवे स्काईस्क्रैपर' के निर्माण की योजना बना रहा है। करीब 120 किलोमीटर लंबी इस इमारत में 50 लाख लोगों के आशियाने होंगे। इसमें 1600 फीट ऊंची दो इमारतें होंगी। आकार में यह अमरीकी राज्य मैसाचुसेट्स को टक्कर देगी। यह अमरीका की 1250 फीट लंबी एम्पायर स्टेट बिल्डिंग से बड़ी होगी।
इस प्रोजेक्ट का नाम 'मिरर लाइन' रखा गया है, क्योंकि इसके निर्माण में मिरर (शीशे) का इस्तेमाल होगा। इन इमारतों में 1,000 फीट की ऊंचाई पर स्टेडियम होगा। इमारत के एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचने में 20 मिनट लगेंगे। सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने जनवरी 2021 में इस इमारत को लेकर अपनी योजनाओं का खुलासा किया था। उनकी महत्त्वाकांक्षा मिस्र के पिरामिड के तर्ज पर सऊदी अरब में पिरामिड बनाने की भी है। हालांकि कई लोग इस प्रोजेक्ट की लागत पर सवाल उठा रहे हैं। मानवाधिकार संगठन पश्चिम के देशों की कंपनियों से सऊदी अरब के इस प्रोजेक्ट से दूरी बनाने की अपील कर रहे हैं।
निर्माण पूरा होने में लगेंगे 50 साल
साइडवे स्काईस्क्रैपर रेगिस्तानी शहर निओम का हिस्सा होगी। इसके निर्माण में 50 साल लगेंगे। दोनों इमारतें एक-दूसरे के समांतर होंगी। इनकी अपनी हाई-स्पीड रेलवे लाइन होगी। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को उम्मीद है कि इससे हजारों को नौकरी मिलेगा। यहां खेत भी होंगे, जहां की फसल से 50 लाख लोगों को खाना मिलेगा। स्वच्छ पर्यावरण के मद्देनजर यहां हरियाली के विशेष इंतजाम किए जाएंगे।
Published on:
26 Jul 2022 01:08 am
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