
विशेष ट्रेन से कोटा से बोकारो पहुंचे 184 कोचिंग विद्यार्थी
-केंद्र, राजस्थान और झाारखंड सरकार के संयुक्त प्रयास
कोटा/अजमेर/बोकारो। वैश्विक महामारी ( Corona virus ) घोषित नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन ( Lockdown ) के कारण राजस्थान के कोटा में फंसे ( Stranded in Kota ) बोकारो के 184 छात्र-छात्राओं ( Students ) को जिला प्रशासन की मदद से बोकारो लाया ( Brought Bokaro ) गया। ( Jaipur News ) उपायुक्त मुकेश कुमार ने यहां बताया कि केंद्र, राजस्थान और झाारखंड सरकार के संयुक्त प्रयास से कोटा राजस्थान में अध्ययनरत बोकारो जिले के 184 छात्र-छात्राओं और पांच अभिभावक विशेष ट्रेन से धनबाद के बाद बोकारो पहुंच गए।
-पहले पहुंचे धनबाद...हुई चिकित्सकीय औपचारिकताएं
कुमार ने कहा कि इससे पहले सभी लोगों को ट्रेन से धनबाद रेलवे स्टेशन लाया गया। धनबाद में चिकित्सीय औपचारिकताएं पूरी करने के बाद बोकारो जिला प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराई गई बसों के माध्यम से सभी छात्र, छात्रा एवं अभिभावक बोकारो पहुंचे। इसके बाद बोकारो के सेक्टर-दो स्थित बीआईएसएसए 11 डी स्कूल में बनाए गए रिसेप्शन डेस्क पर स्क्रीङ्क्षनग की गई।
-जांच के बाद पहुंचाया घर
उपायुक्त ने बताया कि इस दौरान बच्चों को सामाजिक दूरी बना कर बैठाया गया एवं एक-एक कर उनकी पूरी जांच की गई। इसके बाद सभी की ट्रेवङ्क्षलग हिस्ट्री नोट की गई, थर्मल स्केनर के माध्यम से सभी की मेडिकल स्क्रीङ्क्षनग करने के बाद बच्चों को उनके घर तक पहुंचाया गया।
-अजमेर में फंसे जायरीन पश्चिम बंगाल रवाना
उधर, अजमेर दरगाह शरीफ में फंसे जायरीन एवं श्रमिकों को सोमवार को विशेष रेल से पश्चिम बंगाल के लिए रवाना किया गया। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सोमवार सुबह छह बजे से ही बंगाल की ओर रवाना किए जाने वाले जायरीन एवं श्रमिकों की स्क्रीङ्क्षनग का काम शुरू किया गया और यह विशेष राहत ट्रेन 1188 यात्रियों को लेकर पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो गई। ट्रेन से पश्चिम बंगाल जाने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीङ्क्षनग के साथ साथ फूड पैकेट एवं पानी की बोतल की भी व्यवस्था की गई।
-जायरीन-श्रमिकों से नहीं लिया कोई यात्रा शुल्क
खास बात यह है कि इन जायरीन एवं श्रमिकों से कोई यात्रा शुल्क नहीं लिया गया। सूत्र बताते हैं कि दरगाह कमेटी तथा उससे जुड़ी संस्थाओं तथा अन्य भामाशाहों की मदद से आठ लाख रुपए का रेलवे को भुगतान किया गया। उसके बाद राजस्थान सरकार और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच सहमति बनने के बाद राहत ट्रेन की रवानगी संभव हो सकी। रेलवे स्टेशन पर अजमेर के प्रभारी सचिव भवानीङ्क्षसह देथा, कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा तथा पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ङ्क्षसह भी मौजूद रहे। इन अधिकारियों ने मौके पर रहकर व्यवस्थाओं को अंजाम दिलाया।
Published on:
05 May 2020 01:01 am
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
