दिल्ली से कार से दोनों उत्तराखंड के उधमसिंह नगर स्थित कलियावाला गांव में टेलर्स आर्ट एकेडमी आर्ट फेस्टिवल में शामिल होने गए। फेस्टिवल में डीटर के कुछ दोस्त भी आए थे। वहां से 12 मार्च को कार से दोनों जयपुर पहुंचे। जयपुर आने के बाद डीटर डीसीएम स्थित एक होटल में रुक गए। डीटर दिन में अपने दोस्त के नारायण विहार स्थित प्ले विद क्ले स्टूडियो में मूर्ति बनाते और रात को होटल चले जाते।
होटल से कमरा खाली कराया
लक्ष्मीनारायण ने बताया कि 21 मार्च को होटल वाले ने डीटर का कमरा खाली करवा दिया। कहीं कमरा नहीं मिला तो उसने अपने स्टूडियो में जगह दे दी। डीटर की 25 मार्च की फ्लाइट थी, जो लॉकडाउन के चलते रद्द हो गई। लक्ष्मीनारायण बगरू स्थित बोराज निवासी है। घर स्टूडियो से करीब चालीस किलोमीटर दूर है। रोजाना अपने दोस्त के पास आना संभव नहीं है। रोजाना पास बनवाना भी मुश्किल है।
लक्ष्मीनारायण ने बताया कि 21 मार्च को होटल वाले ने डीटर का कमरा खाली करवा दिया। कहीं कमरा नहीं मिला तो उसने अपने स्टूडियो में जगह दे दी। डीटर की 25 मार्च की फ्लाइट थी, जो लॉकडाउन के चलते रद्द हो गई। लक्ष्मीनारायण बगरू स्थित बोराज निवासी है। घर स्टूडियो से करीब चालीस किलोमीटर दूर है। रोजाना अपने दोस्त के पास आना संभव नहीं है। रोजाना पास बनवाना भी मुश्किल है।
एम्बेसी भी नहीं करवा रही होटल का इंतजाम
डीटर ने बताया कि उसने कई बार एम्बेसी को होटल की व्यवस्था करवाने के लिए ई-मेल किया। लेकिन व्यवस्था नहीं हुई। आठ दिन हो गए टीन-शेड में रहते हुए हालात बिगड़ गई है। लक्ष्मीनारायण ने सोमवार को इसकी सूचना मानसरोवर थाना पुलिस को दी। पुलिस विदेशी कलाकार के पासपोर्ट की फोटो मोबाइल पर लेकर चली गई।
डीटर ने बताया कि उसने कई बार एम्बेसी को होटल की व्यवस्था करवाने के लिए ई-मेल किया। लेकिन व्यवस्था नहीं हुई। आठ दिन हो गए टीन-शेड में रहते हुए हालात बिगड़ गई है। लक्ष्मीनारायण ने सोमवार को इसकी सूचना मानसरोवर थाना पुलिस को दी। पुलिस विदेशी कलाकार के पासपोर्ट की फोटो मोबाइल पर लेकर चली गई।