
जयपुर। अजमेर रोड पर डीपीएस कट के पास स्थित जेसीबी के गोदाम में सोमवार शाम वेल्डिंग करते समय अचानक भीषण आग लग गई। गोदाम के पीछे रखे तेल के ड्रमों और टायरों में लगी आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप धारण कर लिया। आग की लपटें और काले धुएं का घना गुबार कई किलोमीटर दूर तक दिखाई दिया, जिससे आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई।
हालात बिगड़ते देख मजदूरों ने सूझबूझ दिखाते हुए गोदाम में खड़ी करीब 30 से 40 जेसीबी मशीनों को तत्काल बाहर निकाल लिया। आग की सूचना मिलते ही कर्मचारियों और ग्राहकों में अफरा-तफरी मच गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे।
सूचना पर पुलिस और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने के प्रयास शुरू किए। आग की भयावहता को देखते हुए अजमेर रोड पर रास्ता बंद कर दिया गया, जिससे कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। पुलिस ने ट्रैफिक को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया। समय रहते कार्रवाई से बड़ा हादसा टल गया और किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। गौरतलब है कि गत वर्ष 20 दिसंबर को इसी कट पर ट्रक से टकराने पर गैस टैंकर में विस्फोट हुआ था। उस घटना में 40 वाहन जल गए थे और 20 लोगों की मौत हो गई थी।
जिला कलक्टर जितेन्द्र सोनी और डीसीपी वेस्ट हनुमान प्रसाद मीणा सहित कई अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। जेसीबी की मदद से गोदाम का गेट और दीवार तोड़ी गई, जिसके बाद दमकल गाड़ियों से पानी फेंककर करीब तीन घंटे में आग पर काबू पाया गया। अग्निशमन अधिकारियों ने बताया कि ऑयल पाइप लाइन में वेल्डिंग के दौरान करीब 5000 लीटर ऑयल भरा हुआ था, जिससे अचानक धमाका हुआ और आग फैल गई। घटना के समय करीब 100 मजदूर गोदाम में काम कर रहे थे, जिनमें कई महिलाएं भी शामिल थीं। हादसे में वेल्डिंग करने वाले मजदूर का चेहरा झुलस गया। आग में लाखों रुपए कीमत का सामान और मशीनरी जल गई।
भीषण आग को देखते हुए रीको, बिंदायका, बनीपार्क, झोटवाड़ा, मानसरोवर, बगरू, सेज, 22 गोदाम और मालवीय नगर से करीब 20 दमकलें मौके पर पहुंचीं और 60 से अधिक फेरे लगाए। वहीं आसपास के ग्रामीणों ने ट्रैक्टर-टैंकरों की मदद से पानी पहुंचाया।
Updated on:
29 Dec 2025 09:40 pm
Published on:
29 Dec 2025 07:54 pm
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