
सीकर के दांता में सूदखोरी के जाल में फंसा एक व्यक्ति इतना अधिक तनावग्रस्त हुआ कि उसकी मौत हो गई। मामला दांता का है। मृतक की पत्नी मेमुना ने इस संबंध में इस्तगासे से मुकदमा दर्ज करवाया है। मेमुना ने रिपोर्ट में बताया कि करीब दो साल पहले उसका पति मोहम्मद फारूख आर्थिक तंगी से परेशान होकर घर छोडकऱ चला गया था। पीछे से उसे घर में रखी 16 फरवरी 2020 की रजिस्टर में हाथों से लिखी लिखावट मिली। जिसमें उसने अपने बेटे अफाक से माफी मांगते हुए खुद को ब्याज के दल दल में फंसे होने की बात लिखी।
मोहम्मद फारुख ने लिखा कि दांता निवासी प्यारेलाल उर्फ मुबारिक कलाळ से 50 हजार रुपए लेकर वह 2014 से 500 रुपए रोजाना ब्याज के देकर चार लाख रुपए ब्याज दे चुका था और उसके भाई राजू कलाल से एक लाख रुपए के बदले 2015 में छह लाख रुपए दे चुका था। इसके बावजूद दोनों हिसाब बकाया बता रहे हैं। उनकी वजह से दुकान भी बेचनी पड़ी।
इसके अलावा राजू कलाल के सहयोगी राजेन्द्र खटीक ने 95 हजार रुपए जमा करवाने पर भी उसे लॉटरी में निकला प्लॉट नहीं दिया। आरडी पर लोन दिलाने का झांसा देते हुए विनोद ने भी उसे 20 हजार रुपए देकर 200 रुपए रोजाना ब्याज लगाना शुरू कर दिया। इसी तरह दांता रोडवेज स्टैंड स्थित फाइनेन्स कंपनी के रितेश ने भी उसके साथ ऐसा ही किया। जिन सबकी धमकियों से दुखी होकर वह घर छोड़ रहा है।
रिपोर्ट में बताया कि पांच महीने पहले उसका पति फारूक उसे वापस तो मिल गया, लेकिन सूदखोरों के फिर परेशान करने पर तनाव में दिमाग की नस फटने पर उसकी मौत हो गई। जिसके बाद भी सूदखोर अब उसे व परिवार को रुपयों के लिए परेशान कर धमकी दे रहे हैं। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
Published on:
18 Jan 2023 09:46 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
