
Kota Suicide Cases
Kota Suicide Cases : राजस्थान के कोटा में छात्रों के बीच आत्महत्या के बढ़ते मामलों के बीच, जिला प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से दो महीने के लिए कोचिंग सेंटरों (Kota Coaching Institutes) पर टेस्ट और परीक्षाओं पर रोक लगाने के निर्देश जारी किए हैं। कोटा जिला प्रशासन ने मानसिक सहायता की आवश्यकता का हवाला देते हुए परीक्षण और परीक्षाओं पर दो महीने के लिए रोक लगा दी। आधिकारिक बयान में कहा गया है, 'अध्ययनरत/आवासीय छात्रों को मानसिक सहायता और सुरक्षा प्रदान करने के लिए कोटा में संचालित सभी कोचिंग संस्थानों में अगले दो महीनों के लिए परीक्षण/परीक्षा पर तत्क ाल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया गया है।'
पुलिस ने कहा कि रविवार को कोटा में चार घंटे के भीतर दो अलग-अलग घटनाओं में दो नीट (राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा) उम्मीदवारों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली, जिससे इस साल कुल मरने वालों की संख्या 23 हो गई। उन्होंने बताया कि परीक्षा देने के बाद संस्थान की तीसरी मंजिल पर एक कमरे से बाहर निकलने के कुछ मिनट बाद अविष्कार शंबाजी कासले (17) ने जवाहर नगर में अपने कोचिंग संस्थान की इमारत की छठी मंजिल से दोपहर करीब 3.15 बजे छलांग लगा दी।
विज्ञान नगर सर्कल ऑफिसर (सीओ) धर्मवीर सिंह ने कहा कि संस्थान के कर्मचारी कासले को अस्पताल ले गए, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने कहा कि कासले की मौत के चार घंटे बाद, 18 वर्षीय आदर्श राज, जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था, ने शाम करीब 7 बजे कुन्हाड़ी पुलिस थाना क्षेत्र में अपने किराए के फ्लैट में फांसी लगा ली। सर्कल ऑफिसर (कुन्हाड़ी) केएस राठौड़ ने कहा, जब किशोर की बहन और चचेरा भाई लगभग 7.30 बजे फ्लैट पर पहुंचे तो उन्होंने दरवाजा खटखटाया।
राज ने जब दरवाजा नहीं खोला, तो उसके भाई और बहन ने अन्य लोगों के साथ मिलकर दरवाजा तोड़कर अंदर गए, तो राज पंखे पर लटका हुआ मिला। उन्होंने बताया कि जब राज को नीचे लाया गया तो वह क थित तौर पर सांस ले रहा था, लेकिन अस्पताल ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया।
सीओ सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र के लातूर जिले का मूल निवासी और 12वीं कक्षा का छात्र, कासले तीन साल से शहर में अपने नाना-नानी के साथ तलवंडी इलाके में किराए के मकान में रहकर हृश्वश्वञ्ज त्र की तैयारी कर रहा था। उसके माता-पिता महाराष्ट्र में सरकारी स्कूल टीचर हैं। पुलिस के मुताबिक, दोनों छात्रों के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। इस महीने की शुरुआत में, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने छात्रों के बीच बढ़ती आत्महत्या के मामलों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया और उसे जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा।
Published on:
28 Aug 2023 09:26 pm
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