6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ये क्या, राजस्थान कांग्रेस ने AICC को ही कर डाला ‘बाईपास’! बिना मंज़ूरी ले लिया ये बड़ा फैसला

AICC on Rajasthan Congress Latest News Update : : ये क्या! राजस्थान कांग्रेस ने राष्ट्रीय कांग्रेस को ही कर डाला 'बाईपास', बिना मंज़ूरी ले लिया ये बड़ा फैसला  

2 min read
Google source verification
AICC upheld Rajasthan Congress New Secretary list Dotasara Reacts

जयपुर।

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी में पिछले दिनों 85 सचिवों की पहले नियुक्ति और फिर अचानक रोक लगा देने का मामला चर्चा में है। हैरानी की बात ये है कि सचिवों की नियुक्ति के बाद रोक लगाने की नौबत इसलिए आई क्योंकि प्रदेश कांग्रेस ने राष्ट्रीय कांग्रेस को बायपास करते हुए सूची जारी कर डाली थी। जब इस बात की भनक आलाकमान को लगी तब जाकर गड़बड़झाले का खुलासा हुआ।

डोटासरा ने स्वीकार की चूक

प्रदेश कांग्रेस में 85 सचिवों की नियुक्ति पर लगी रोक के बाद अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा अपनी गलती स्वीकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से सूची की अनुमति नहीं ली गई थी।

ये भी पढ़ें : राजस्थान कांग्रेस के इस दिग्गज नेता का निधन, पार्टी और कार्यकर्ताओं में छाई शोक की लहर

गफलत में 'घोषित सचिव' नेता

डोटासरा ने भले ही अपनी गलती स्वीकार कर ली हो, लेकिन जो सूची जारी हो चुकी थी, उसमें सचिव बने नेताओं की बेचैनी बढ़ गई हैं। सूची में शामिल नेताओं को अब इस बात का डर सता रहा है कि कहीं उनका नाम नई सूची में हट नहीं जाए। बताया जा रहा है कि हाईकमान की अनुमति के बिना जारी हुई इस सूची को लेकर शिकायतें हुई थीं, जिसके बाद हाईकमान ने कार्यवाही करते हुए सूची पर रोक लगा दी।

सिफारिशों का भी था सूची में अंबार

बताया जा रहा है कि सूची में ज्यादातर चेहरे ऐसे हैं जो नेताओं की सिफारिश से पीसीसी सचिव बन गए। इसके बाद यह शिकायत दिल्ली पहुंची कि जो जमीन पर काम कर रहे थे, उनकी संख्या नए सचिवों में कम है। कई सचिव तो ऐसे हैं जो कुछ ही माह पहले कांग्रेस में सक्रिय हुए थे।

ये भी पढ़ें : कांग्रेस के टिकट वितरण में इन नेताओं की लग सकती है 'लॉटरी'

20 दिन तक चला जश्न का दौर, अब निराशा

प्रदेश कांग्रेस की ओर से 27 मई को 85 सचिवों की नियुक्ति हुई थी। नियुक्ति पाने वाले नेताओं को 20 दिनों तक खूब बधाइयां मिलीं। मिठाई खिलाई गई। केक काटे गए। साथ फोटो भी खूब खिंचवाए गए। समर्थकों ने बड़े-बड़े होर्डिंग्स और बैनर भी लगाए। नए सचिवों ने नियुक्ति को लेकर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में भी शक्ति प्रदर्शन किया। लेकिन अब यह सब खुशी बेचैनी में बदल गई।

सचिवों की नियुक्ति पर रोक लगने के बाद कांग्रेस कार्यालय के बाहर लगे बधाइयों के पोस्टर-होर्डिंग्स और बैनर भी हटा दिए गए हैं।

प्रदेश प्रभारी और मैंने राष्ट्रीय अध्यक्ष की अनुमति के बिना सूची जारी कर दी थी। इसमें तकनीकी तौर पर हमारी गलती है। एआईसीसी ने सूची पर रोक लगाई है। अब राष्ट्रीय अध्यक्ष के यहां से अनुमोदन होगा तभी सूची जारी होगी। - गोविंद सिंह डोटासरा,प्रदेशाध्यक्ष, कांग्रेस