अध्यक्ष पद के लिए 14 दावेदार थे
जयपुर शहर के जिला अध्यक्ष पद के लिए करीब 14 दावेदारों ने नामांकन फॉर्म भरे थे। सिविल लाइन्स स्थित सामुदायिक केंद्र में निर्वाचन अधिकारी ने सभी दावेदारों की सुनवाई की और अमित गोयल को सर्वसम्मति से जिला अध्यक्ष चुना गया। इस पद के लिए पुनीत कर्णावट, विमल अग्रवाल और राजेश तांबी जैसे प्रमुख दावेदारों के नाम भी चर्चा में थे, लेकिन उनके नाम पर कुछ विधायकों ने आपत्ति जताई थी। बताते चलें कि भाजपा ने जयपुर शहर में वैश्य समाज से जिला अध्यक्ष बनाकर अपने कोर वोटर को साधने की कोशिश की है। जयपुर शहर में ब्राह्मण और वैश्य समाज पार्टी के प्रमुख वोटर माने जाते हैं। ब्राह्मण समाज से सांसद बनाने के बाद पार्टी ने शहर के अध्यक्ष पद के लिए वैश्य समाज को चुनकर संतुलन बनाए रखने की रणनीति अपनाई है।
मंत्री मदन दिलावर ने बनाई सर्वसम्मति
जिला अध्यक्ष चुनाव के लिए शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पर्यवेक्षक की भूमिका निभाई। उन्होंने सभी प्रत्याशियों से बातचीत कर पार्टी के हित में सर्वसम्मति बनाने की कोशिश की। इस दौरान जिला अध्यक्ष के दावेदारों के साथ-साथ बड़ी संख्या में नेता और पदाधिकारी भी सामुदायिक केंद्र पर मौजूद थे।
मालूम हो कि जयपुर शहर के लिए पिछले एक महीने से 3 सदस्यों की टीम आम राय बनाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन सोमवार को संगठन ने दावेदारों को नामांकन करने को कहा। इस पद के लिए 14 दावेदारों ने नामांकन किया, जिनमें कई पार्षद भी शामिल थे। हालांकि, सभी नेताओं से विड्रॉल फॉर्म भरवाने को लेकर भी सवाल उठे हैं।
जयपुर शहर के पूर्व अध्यक्ष राघव शर्मा का कार्यकाल 2023 में पूरा हो गया था, लेकिन आम राय नहीं बन पाने के कारण वह पद पर बने रहे। अब अमित गोयल के निर्वाचन के साथ इस पद पर नई पारी की शुरुआत हुई है।
दौसा में टली जिलाध्यक्ष की घोषणा
दौसा में भाजपा जिलाध्यक्ष की घोषणा सोमवार को होनी थी, लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया। गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने बताया कि प्रदेश निर्वाचन अधिकारी नारायण पंचारिया से बातचीत नहीं हो पाने के कारण फिलहाल घोषणा नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं की राय को प्रदेश नेतृत्व तक पहुंचाया जाएगा और उसके बाद ही जिलाध्यक्ष की घोषणा की जाएगी। वहीं, अब शेष 4 जिलों में चुनाव की प्रक्रिया जल्द पूरी होने की उम्मीद है।