
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, फोटो- राजस्थान पत्रिका
Amit Shah Jaipur Visit: केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह गुरुवार को जयपुर पहुंचे। दोपहर करीब 12:15 बजे जयपुर एयरपोर्ट पर उतरने के बाद वे सभास्थल दादिया के लिए रवाना होने वाले थे। खराब मौसम के कारण हेलिकॉप्टर से यात्रा संभव न होने पर शाह सड़क मार्ग से दादिया पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सहकारिता और युवा सशक्तिकरण से जुड़ी कई योजनाओं को शुभारंभ किया।
दादिया में आयोजित कार्यक्रम में अमित शाह ने राजस्थान पुलिस के 100 नए वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके बाद उन्होंने सहकारी उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। शाह ने सरकारी नौकरी पाने वाले 8,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इसके लिए प्रशासन सुधार विभाग ने सभास्थल पर दो स्टॉल लगाए थे।
इस अवसर पर उन्होंने 500 मीट्रिक टन क्षमता वाले 24 अनाज गोदामों और 64 मिलेट्स केंद्रों का वर्चुअल उद्घाटन भी किया। साथ ही, गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के तहत 1,400 गोपालकों को 12 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए गए।
बता दें, अमित शाह ने अपने संबोधन की शुरुआत भारत माता की जय के उद्घोष के साथ की। साथ ही राजस्थान की धरती को प्रणाम किया। शाह ने कहा कि सहकारिता ने पिछले 100 वर्षों में देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और अगले 100 साल सहकारिता के विकास के लिए समर्पित होंगे। इस दौरान शाह ने कहा कि सहकारिता के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और किसानों को सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
अमित शाह ने राजस्थान की कृषि उपलब्धियों की सराहना की और कहा कि राज्य मूंगफली, ज्वार, चना और तिलहन उत्पादन में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने ऊंटनी के दूध पर शुरू किए गए अनुसंधान की भी प्रशंसा की, जिसका उद्देश्य ऊंटों के संरक्षण को सुनिश्चित करना है। शाह ने कहा कि यह कदम यह सुनिश्चित करेगा कि आने वाले समय में ऊंटों का अस्तित्व खतरे में न पड़े।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहकारिता को बढ़ावा देने के लिए अलग से मंत्रालय बनाया, जिसके तहत कई कार्य किए जा रहे हैं। देश में धान और गेहूं की खरीद में सहकारी संस्थाओं का 20 प्रतिशत योगदान है। शाह ने बताया कि देशभर में दो लाख नए प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (पैक्स) बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से 40,000 पैक्स बनाए जा चुके हैं। सभी पैक्स का कम्प्यूटरीकरण पूरा हो चुका है।
उन्होंने कहा कि बीज संवर्धन और अन्य कार्यों के लिए नई समितियां गठित की गई हैं। शाह ने राजस्थान में सहकारिता के क्षेत्र में किए गए कार्यों के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सराहना की। उन्होंने 'राइजिंग राजस्थान' पहल, पेट्रोल-डीजल पर वैट में कटौती, और रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी जैसे कार्यों का जिक्र किया। शाह ने विशेष रूप से सहकारिता के क्षेत्र में राजस्थान के योगदान को रेखांकित किया और कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कम समय में सहकारिता को मजबूत करने का सराहनीय कार्य किया है।
शाह ने विश्वास जताया कि केंद्र और राजस्थान सरकार मिलकर राज्य के सहकारिता आंदोलन को और सशक्त करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि 2047 तक राजस्थान सहकारिता के क्षेत्र में देश में नंबर-1 बने। इसके लिए भारत सरकार और राजस्थान सरकार संयुक्त रूप से काम करेंगी।
अमित शाह ने कहा कि भजनलाल सरकार ने पेपरलीक पर एसआईटी का गठन करके बड़ा काम किया। उन्होंने कहा कि एसआईटी के गठन से पेपर लीक माफिया को कड़ा संदेश दिया गया। इससे युवाओं को बड़ा फायदा मिलेगा।
अंत में अमित शाह ने कांग्रेस शासनकाल पर निशाना साधते हुए कहा कि उस दौरान देश आतंकवादी हमलों से जूझता था। इसके विपरीत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने न केवल अपनी सुरक्षा को मजबूत किया, बल्कि समृद्ध और विकसित राष्ट्र के सपने को भी साकार किया है। उन्होंने हाल के ऑपरेशन सिंदूर का उदाहरण देते हुए कहा कि पीएम मोदी ने समय-समय पर पाकिस्तान को करारा जवाब दिया और दुनिया को भारत की ताकत का संदेश दिया।
वहीं, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार डबल इंजन की सरकार के रूप में गरीबों और युवाओं के लिए काम कर रही है। उन्होंने बताया कि गोपालक योजना के तहत एक लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है और अब तक 300 करोड़ रुपये से अधिक का ब्याज मुक्त ऋण वितरित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेपर लीक के मामलों पर सख्ती बरतते हुए एसआईटी का गठन किया गया है। साथ ही, पिछले कुछ समय में 5,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां दी गई हैं और 28,000 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किए जा रहे हैं। अगले पांच वर्षों में चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य रखा गया है।
बताते चलें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2025 को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किया है। इसके तहत केंद्र सरकार ने राज्यों को सहकारिता के क्षेत्र में 54 टास्क सौंपे हैं। राजस्थान में सहकार सम्मेलन इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
Updated on:
17 Jul 2025 06:37 pm
Published on:
17 Jul 2025 02:20 pm
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