बायोलॉजिकल माता-पिता से एक बार भी नहीं मिले
एंड्रयू साइमंड्स अपने बायोलॉजिकल माता-पिता से एक बार भी नहीं मिले। इंग्लैंड के बर्मिंघम में 9 जून, 1975 को जन्म के तीन माह बाद ब्रिटिश दंपती केन और बारबरा ने उन्हें गोद लिया था। बाद में वह ऑस्ट्रेलिया में बस गए। ऑस्ट्रेलिया से उन्हें इतना प्रेम था कि इंग्लैंड की जूनियर टीम में चुने जाने के बाद भी उन्होंने यह कहकर ऑफर ठुकरा दिया कि मैं इंग्लैंड के लिए नहीं खेलना चाहता।
एंड्रयू साइमंड्स अपने बायोलॉजिकल माता-पिता से एक बार भी नहीं मिले। इंग्लैंड के बर्मिंघम में 9 जून, 1975 को जन्म के तीन माह बाद ब्रिटिश दंपती केन और बारबरा ने उन्हें गोद लिया था। बाद में वह ऑस्ट्रेलिया में बस गए। ऑस्ट्रेलिया से उन्हें इतना प्रेम था कि इंग्लैंड की जूनियर टीम में चुने जाने के बाद भी उन्होंने यह कहकर ऑफर ठुकरा दिया कि मैं इंग्लैंड के लिए नहीं खेलना चाहता।

साइमंड्स ने 1995 में 20 साल की उम्र में काउंटी में 16 छक्कों के साथ 206 गेंदों पर नाबाद 254 रन ठोककर चौंका दिया था। चौंकाने में वह उम्रभर माहिर रहे। कुछ साल पहले उन्होंने बॉल्ड लुक में सामने आकर चौंकाया था। घुंघराली जुल्फें, जो उनकी पहचान थीं, उन्होंने चैरिटी के लिए दान कर दीं।