
Patrika Raksha Kavach Abhiyan: राजस्थान में साइबर ठगी के लिए डीग का मेवात क्षेत्र हर किसी की जुबान पर है, लेकिन राजधानी जयपुर में भी कई बड़े गिरोह अड्डा बना चुके हैं। जयपुर कमिश्नरेट पुलिस व एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ठगी करने वाले कई गिरोह का खुलासा कर चुकी है। राजधानी में बड़े स्तर पर कॉल सेंटर खोलकर देश-विदेश के लोगों से साइबर ठगी की जा रही है।
दो दिन पहले ही एजीटीएफ के एएसपी सिद्धांत शर्मा के नेतृत्व में वैशाली नगर में एक गैंग का पर्दाफाश किया गया। टीम ने असम और अरुणाचल प्रदेश से फ्लाइट के जरिए भारी संख्या में सिम कार्ड जयपुर मंगाकर कॉल सेंटर के जरिए ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया था। जबकि जयपुर निवासी गिरोह का सरगना अभिषेक दुबई से गैंग चला रहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक साइबर ठगी के गिरोह ने राजधानी में बाहरी क्षेत्रों को ठिकाना बना रखा है। अधिकांश कार्रवाई बाहरी क्षेत्रों में ही की गई है। जयपुर में ठगी के कॉल सेंटर से अमरीका के लोगों से भी साइबर ठगी हो चुकी है।
डीसीपी (नॉर्थ) राशि डोगरा डूडी के नेतृत्व में जनवरी में विद्याधर नगर में कार्रवाई की गई थी। यहां ठगी के लिए कॉल सेंटर चलाते हुए पकड़ा। पुलिस ने कॉल सेंटर पर 5 जालसाजों को गिरफ्तार किया था। पड़ताल में सामने आया कि ई-मित्र के नाम से फर्जी कॉल सेंटर खोल रखा था। ठगों ने राजस्थान सहित पांच राज्यों के 50 से अधिक लोगों को शिकार बनाया था।
डीसीपी (वेस्ट) अमित कुमार के नेतृत्व में जनवरी में पुलिस टीम ने एक साथ करधनी, कालवाड़, करणी विहार व हरमाड़ा थाना क्षेत्र में साइबर ठगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 30 जालसाजों को गिरफ्तार किया। एक गिरोह नकली बाबा बनकर लोगों का भविष्य बताने, प्रेम प्रसंग और अन्य भावनाओं से खिलवाड़ करते हुए साइबर ठगी कर रहा था। ठगों के पास 200 से अधिक बैंक खाते मिले, जिनमें 30 करोड़ से अधिक राशि का ट्रांजेक्शन भी मिला।
Published on:
01 Mar 2025 08:16 am
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