टी 102 बाघिन के फीमेल शावक की मौत
टेरटरी के संघर्ष में तोड़ा दम
जयपुर
रणथंभौर नेशनल पार्क से वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक दुखद खबर आई है।रविवार को यहां आरओपीटी रेंज के तांबा खान घाटी वन क्षेत्र में टी 102 बाघिन के फीमेल शावक का शव मिला है। बाघिन टी 102 ने पिछले साल चार शावकों को जन्म दिया था। मौके पर पंहुचे वनअधिकारी शव को नाका राजाबाग लाए और मेडिकल बोर्ड से उसका पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शावक की गर्दन और पसलियां टूटने की बात सामने आई है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक शावक की मौत का कारण बाघिन टी 124 और बाघिन 102 के बीच टेरटरी का संघर्ष माना जा रहा है। गौरतलब है कि रणथंभौर में वहले भी कई बार बाघ बाघिन के बीच क्षेत्र को लेकर संघर्ष की घटनाएं सामने आई हैं। पिछले माह बाघिन टी 60 के एक शावक की भी इसी प्रकार मौत हो गई थी। इस शावक की मौत के बाद रणथंभौर में 66 बाघ बचे हैं।
टेरटरी के संघर्ष में तोड़ा दम
जयपुर
रणथंभौर नेशनल पार्क से वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक दुखद खबर आई है।रविवार को यहां आरओपीटी रेंज के तांबा खान घाटी वन क्षेत्र में टी 102 बाघिन के फीमेल शावक का शव मिला है। बाघिन टी 102 ने पिछले साल चार शावकों को जन्म दिया था। मौके पर पंहुचे वनअधिकारी शव को नाका राजाबाग लाए और मेडिकल बोर्ड से उसका पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शावक की गर्दन और पसलियां टूटने की बात सामने आई है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक शावक की मौत का कारण बाघिन टी 124 और बाघिन 102 के बीच टेरटरी का संघर्ष माना जा रहा है। गौरतलब है कि रणथंभौर में वहले भी कई बार बाघ बाघिन के बीच क्षेत्र को लेकर संघर्ष की घटनाएं सामने आई हैं। पिछले माह बाघिन टी 60 के एक शावक की भी इसी प्रकार मौत हो गई थी। इस शावक की मौत के बाद रणथंभौर में 66 बाघ बचे हैं।