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आगे चुनाव होंगे या नहीं, इसके बारे में लोगों को सोचना चाहिए, गहलोत ने पीएम के रवैये पर उठाए सवाल

पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने पीएम की तानाशाही रवैया पर सवाल उठाया और कहा कि अगर वे (बीजेपी) यह चुनाव जीतते हैं, तो आगे चुनाव होंगे या नहीं, इसके बारे में लोगों को सोचना चाहिए, अन्यथा सभी को नुकसान उठाना पड़ेगा।

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ashok gehlot : सीएम गहलोत ने कहा पीएम मोदी मुझे इस बात का दुख है, उधर लोग बोले बात तो सही है !

पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने पीएम की तानाशाही रवैया पर सवाल उठाया और कहा कि अगर वे (बीजेपी) यह चुनाव जीतते हैं, तो आगे चुनाव होंगे या नहीं, इसके बारे में लोगों को सोचना चाहिए, अन्यथा सभी को नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि, ये राज्य में सरकारें चलने नहीं दे रहे हैं। मुख्यमंत्री को संविधान ने जो अधिकार दिए हैं उसका हनन किया जा रहा है। सीएम बिना दिल्ली से जवाब आए एक फैसला नहीं ले पा रहे। बीजेपी शासित राज्यों में रिमोट से सरकार चल रही है। मीडिया दबाव में काम कर रही है।


गहलोत ने कहा कि पीएम मोदी धार्मिक हैं यह हर दूसरे दिन दिखाया जा रहा है। आए दिन उनका मंदिर जाने का कार्यक्रम लगा रहता है। ये उनकी धार्मिक आस्था कम …चुनावी हथकंडा ज्यादा हैं, हर चीज की एक सीमा होती है, ये पानी के अंदर उतरकर दौरा कर रहे हैं..ये सब चुनाव जीतने के हथकंडे है जनता सब देख रही है।

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पूर्व मुख्यमंत्री ने केन्द्र की मोदी सरकार पर अगली सरकार के सौ दिन की कार्ययोजना एवं अगले 25 साल पर चर्चा के नाम पर जनता को भ्रमित करने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उसे पहले उसके वर्ष 2014 एवं 2019 के वादों का हिसाब देना चाहिए।

गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए यह बात कही। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने हाल में बैठक कर चुनाव होने से पूर्व ही अगली सरकार के 100 दिन की कार्ययोजना एवं अगले 25 साल पर चर्चा कर जनता को भ्रमित करने का प्रयास किया है लेकिन पिछले दोनों चुनावों के घोषणा पत्रों की घोषणाओं की क्रियान्विति रिपोर्ट आज तक नहीं दी है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पहले अपने वर्ष 2014 एवं 2019 के वादों का हिसाब दे क्योंकि 2014 में सौ दिन में विदेश से कालाधन वापस लाने एवं दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष जैसे जुमलों को जनता अभी भूली नहीं हैं। गहलोत ने कहा कि देश के युवाओं को भावनात्मक मुद्दों से भ्रमित होने की बजाय कांग्रेस नेता राहुल गांधी की बातों, तथ्यों एवं चिंताओं को जान कर एवं सोच समझकर ही अपने बेहतर भविष्य के लिए वोट करना चाहिए।