
सीएम के सामने ही मंत्रियों में नोकझोंक, आपस में भिड़े ये मंत्री
- उठाए सवालः कृषि भूमि पर अकृषि का लाभ पिछली सरकार तक के लिए ही क्यों
- सीएम को देना पड़ा दखल, मंत्रियों की भावना के अनुसार बदली तारीख
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने उनके निवास पर दो दिन पूर्व हुई केबिनेट बैठक में मंत्री आपस में उलझ गए और जमकर खींचतान हुई। सदन में बलात्कार को लेकर विवादित बयान देने का मामला अभी शांत नहीं हुआ कि कृषि भूमि पर अकृषि गतिविधियों को छूट देने के प्रस्ताव पर यूडीएच शांति धारीवाल से चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया व खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास में मतभेद हो गए। शांति धारीवाल की ओर से केबिनेट बैठक में दिए गए एजेंडे के तहत कृषि भूमि पर अकृषि कार्य करने वालों को राहत देने के लिए भू राजस्व अधिनियम की धारा 90-ए की उपधारा 8 में संशोधन के तहत 17 जून 1999 के स्थान पर तारीख को 31 दिसम्बर 2018 किया जाना था। सीएम के सामने मंत्रियों ने विरोध किया और कहा कि संशोधन का लाभ पिछली सरकार तक के कार्यकाल के लिए ही क्यों दिया जा रहा है। तारीख को हमारी सरकार के इस कार्यकाल तक किया जाना चाहिए। पहले में इस पर विवाद रहा है। विवाद बढ़ता देख मुख्यमंत्री ने दखल देकर सभी मंत्रियों को शांत करवाया एजेंडे में दी गई तारीख को बदलना पड़ा। संशोधन की तारीख 31 दिसम्बर 2021 कर दिया गया।
पिक एंड चूज के तहत कार्रवाई - परसादी
सबसे पहले परसादी लाल मीणा ने सबसे पहले आपत्ति जताई। उन्होंने धारीवाल और उनके विभाग पर कहा कि पिक एंड चूज करते हुए कार्रवाई करने आरोप लगाए। उन्होंने सवाल उठाया कि संशोधन का लाभ देना ही है, तो वर्ष 2018 तक के लिए ही क्यों। हमारी सरकार के कार्यकाल में भी इसका लाभ मिलना चाहिए। नहीं तो वर्ष 2018 के बाद वालों का क्या होगा। इससे भेदभाव को बढ़ावा मिलेगा।
आपके महकमे में सुनवाई नहीं - कटारिया
फिर, लालचंद कटारिया ने कहा कि उनके क्षेत्र के अकृषि गतिविधि कर रहे सरपंचों सहित कांग्रेस नेता के खिलाफ कार्रवाई में भेदभाव हुआ। नाराज होकर कुछ ने कांग्रेस को छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि यूडीएच में मंत्रियों की कोई सुनवाई नहीं हो रही। किसी को छोड़ दिया जाता है, किसी पर जेडीए कार्रवाई करता है।
सड़क उखाड़ कर जनता के पैसे का नुकसान - खाचरियावास
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि अकृषि गतिविधियों को रोकने के लिए सड़कें तक उखाड़ी जा रही हैं। इससे जनता के पैसे का नुकसान हो रहा है। जेडीए शिकायत करो तो कोई देखने वाला ही नहीं। आमने-सामने रह रहे दो दोषियों में से एक पर कार्रवाई होती है, दूसरे को छोड़ दिया जाता है। ठीक नहीं हो रहा।
जोशी हुए लेट, कार्यकर्ताओं को मिले कुछ राशि
सूत्रों ने बताया कि महेश जोशी बैठक में लेट पहुंचे, जिससे मुख्यमंत्री नाराज हो गए। वहीं, कुछ मंत्रियों ने मांग की कि अन्य राजनीतिक पार्टियां जिस तरह कार्यकर्ताओं को प्रचार के लिए कुछ राशि दे रही हैं, वैसे ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी दी जाए।
Published on:
15 Mar 2022 10:42 pm
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