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अशोक गहलोत खनन श्रमिकों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर

राजस्थान के माइंस विभाग की ओर से गत 20 दिनों में राज्यव्यापी अभियान चलाकर 30 से अधिक स्वास्थ्य शिविरों में करीब 5 हजार श्रमिकों व क्षेत्रवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण व सिलिकोसिस से बचाव का अवेयरनेस कार्यक्रम चलाया है।

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अशोक गहलोत खनन श्रमिकों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर

अशोक गहलोत खनन श्रमिकों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर

Ashok Gehlot: राजस्थान के माइंस विभाग की ओर से गत 20 दिनों में राज्यव्यापी अभियान चलाकर 30 से अधिक स्वास्थ्य शिविरों में करीब 5 हजार श्रमिकों व क्षेत्रवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण व सिलिकोसिस से बचाव का अवेयरनेस कार्यक्रम चलाया है। पिछले माह जयपुर में आयोजित स्टोनमार्ट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खनन श्रमिकों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर चिंता व्यक्त की थी। गहलोत के निर्देश पर अभियान चलाकर खनन प्रभावित क्षेत्रों में शिविरों का आयोजन कर श्रमिकों व क्षेत्रवासियों में अवेयरनेस, खनन सुरक्षा ससाधनों के उपयोग के प्रति प्रेरित करने, मास्क आदि आवश्यक किट वितरण और सिलिकोसिस जैसी बीमारी के लक्षण दिखने पर वित्तीय सहायता व ईलाज की व्यवस्था करवाई जा रही है। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलियम व जलदाय डॉ.सुबोध अग्रवाल ने कहा है कि माइंस विभाग की ओर से अप्रेल से अब तक करीब 630 स्वास्थ्य परीक्षण शिविरों और 350 जागरुकता शिविरों का आयोजन कर लगभग 25 से 30 हजार श्रमिकों व क्षेत्रवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण व अवेयरनेस कार्यक्रम चलाया गया है। राज्य सरकार की सिलिकोसिस नीति के तहत सिलिकोसिस प्रभावितों को वित्तीय सहायता भी उपलब्ध कराई जाती है। जिला स्तर पर गठित डीएमएफटी फण्ड से जिला कलक्टरों के माध्यम से सिलिकोसिस पीड़ितो को वित्तीय सहयोग भी उपलब्ध कराया जा रहा है। सिलिकोसिस प्रभावित होने पर 3 लाख रुपए, सिलिकोसिस से मृत्यु पर वारिशों को दो लाख रुपए, अंत्येष्ठी के लिए दस हजार रुपए, विधवा पेंशन 1500 रुपए प्रतिमाह और पालनहार योजना में सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

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खनन श्रमिकों के स्वास्थ्य के प्रति खनन धारक बाध्यकारी

निदेशक माइंस संदेश नायक का कहना है कि शिविरों में स्वास्थ्य परीक्षण के साथ ही गुड़ का वितरण, गुड़ खाने से होने वाले लाभ की जानकारी देने के साथ ही डस्ट मास्क के उपयोग अनिवार्यता व वितरण, कार्य क्षेत्र में पानी का छिड़काव, मास्क वितरण, क्षेत्र मे सघन पौधारोपण व खनन कार्य करते समय आवश्यक सावधानियों से भी श्रमिकों को अवेयर किया जा रहा है। विभाग के सभी फील्ड अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे क्षेत्र के खनन क्षेत्रों का सघनता से दौरा करें और परस्पर सहयोग व समन्वय से अधिक से अधिक स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन कराएं। संदेश नायक ने बताया कि प्रदेश में माइनिंग क्षेत्रों में खनन धारकों को प्रेरित व बाध्यकारी किया जा रहा है कि खनन श्रमिकों के स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए आवश्यक सभी सावधानियां व नियमों की पालना सुनिश्चित करें, ताकि श्रमिकों व क्षेत्रवासियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़े। शिविरों का आयोजन फील्ड में जारी है और राज्य स्तर पर अतिरिक्त निदेशक पीआर आमेटा को र्नोडल अधिकारी बनाते ही नियमित मोनेटरिंग की जा रही है। राज्य भर में आयोजित 630 से अधिक स्वास्थ्य शिविरों और 350 से अधिक जागरुकता शिविरो में 25 हजार से अधिक श्रमिकों को लाभान्वित किया गया है। इसके साथ ही डस्ट मास्क का वितरण, सुरक्षा उपकरणों का वितरण किया जा रहा हैं। प्रदेश में खनन श्रमिकों के स्वास्थ्य जागरुकता शिविर जारी है।