भाजपा ने सत्ता में आने के बाद कांग्रेस के समय शुरू हुई रिफाइनरी समेत सभी महत्वपूर्ण परियोजनाओं को रोका गया। इसके चलते हजारों युवा
रोजगार से वंचित रह गए। साथ ही राजस्थान सरकार को राजस्व के रूप में भारी हानि हुई और साथ ही पेट्रो केमिकल कॉम्पलेक्स से जुड़े हजारों सहयोगी लघु उद्योग तथा रोजगार सृजन में भी देरी हुई। इस नुकसान की भरपाई कभी किसी कीमत पर नहीं हो सकेगी।
प्रधान का बयान दुर्भाग्यपूर्ण
बाड़मेर के पचपदरा में पेट्रोलियम मंत्री धमेन्द्र प्रधान द्वारा झूठे वादे करने वाली कांग्रेस को मुंह काला होगा कहने को गहलोत ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि प्रधान और राज्य सरकार में जरा भी नैतिकता हैै तो कांग्रेस और भाजपा के समय हुए एमओयू की तुलना करें। मेरे सवालों का जवाब देने के बजाय प्रधान अनाप-शनाप बातें कर रहे हैं।
अब तो हो गए चार साल … कांग्रेस के अधिकृत टिवीट्र अकाउंट से बाड़मेर रिफाइनरी मामले में भाजपा पर हमला बोला गया। इसमें बाड़मेर का फोटो अटैच कर कहा गया कि मोदी सरकार को लगभग चार साल होने को हैं और आज भी उसे अपनी फोटो खिंचवाने के लिए कांग्रेस के किए कामों का ही फीता काटना पड़ रहा है।