
जयपुर।
जयपुर के करतारपुरा नाले में कार के साथ बहा आयुष आखिरकार रेस्क्यू ऑपरेशन के सातवें दिन मिल गया। आयुष को खोजने में तो बचावकर्मियों ने सफलता हासिल कर ली, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। लिहाज़ा उसका शव ही नाले से बाहर निकाला गया। आयुष का शव गुर्जर की थड़ी के नज़दीक नाले के कीचड में फंसा हुआ था।
गौरतलब है कि पिछले छह दिनों से आयुष को ढूढने के लिए प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। करतारपुरा नाले में बहे आयुष का बुधवार रात तक छठे दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लग पाया था। इस दौरान जिला प्रशासन की खोजी टीमों ने आयुष को सभी तरीकों से तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिलने से वे सिर्फ भटकती दिखी।
लगातार नाकामी के चलते प्रशासन लाचार सा नजर आने लगा था। लेकिन गुरुवार सुबह बचाव दल को तब राहत मिली जब उन्हें शव मिल गया। मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला गया।
बताया जा रहा है कि नाले में तलाश कर रही टीमों को बुधवार को उम्मीद बंधी थी कि आयुष की जल्द तलाश पूरी कर ली जाएगी। प्रशासन ने गुर्जर की थड़ी से द्रव्यवती नदी में मिलने वाले नाले को फिर से खंगालना शुरू किया था। लेकिन बुधवार शाम तक आयुष के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली थी।
आपको बता दे कि करतारपुरा से लेकर गुर्जर की थड़ी तक नाले को प्रशासन कई बार खंगाल चुका, कुछ जगहों पर दलदल और गहरा पानी भी मिला, वहां तलाशने में एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीम को परेशानी आई।
तेज बारिश में लापरवाही के कारण आयुष गर्ग कार समेत करतारपुरा नाले में बह गया था। हालांकि कुछ ही दूरी पर कार तो बरामद हो गई, लेकिन आयुष का कहीं पता नहीं चल पाया था। परिजन अपने स्तर पर भी आयुष को तलाश रहे थे। परिजन धार्मिक आस्था के जरिए भी उसका पता लगाने के लिए प्रयास कर रहे है।
Updated on:
31 Aug 2017 10:46 am
Published on:
31 Aug 2017 10:34 am
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
