अब तक अधिकतम सीमा 3 लाख रुपए थी। 12 दिसंबर को वर्तमान सेवा प्रदाता बीमा कंपनी का कार्यकाल पूरा होगा। नई बीमा कंपनी के चयन की प्रक्रि या अंतिम चरण में है। माना जा रहा है कि प्रदेश में नई बीमा सुरक्षा वाली यह योजना संभवत: दिसंबर के दूसरे पखवाड़े से लागू हो जाएगी।
चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया कि नई योजना में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के तहत पात्र परिवार और सामाजिक आर्थिक जातिगत जनगणना डाटा 2011 के तहत चिन्हित परिवारों को इस योजना का लाभ मिलेगा। योजना के तहत गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए 5 लाख रु पए तक का बीमा, सैकैंडरी बीमारियों के लिए 50 हजार रु पए
और गंभीर बीमारियों के लिए 5 लाख तक की बीमा सुरक्षा मिलेगी।
आपको बता दे अगस्त में भामाशाह और आयुष्मान बीमा योजनाओं को मर्ज कर दिया था। भामाशाह में करीब एक करोड़ परिवारों के करीब चार करोड़ से अधिक लोग थे। एक सितंबर से भामाशाह कार्ड का नाम बदलकर जन आधार कार्ड किया गया। 1354 बीमारियों के उपचार में इन योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। आयुष्मान के लाभार्थी भी इसमें जोडऩे पर दस लाख नए परिवारों के करीब 40 लाख नए लोग शामिल हुए