
किसानों के लिए बुरी खबर, अब टिड्डी के बाद खतरा बन रहा फाका, जाने क्या है ये नया 'खौफ'
जयपुर / बाड़मेर।
सीमावर्ती क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण के दावे हकीकत से दूर बाड़मेर पत्रिका. टिड्डी नियंत्रण के तमाम दावों के बीच बॉर्डर के गांवों में टिड्डियों ने फाकों को जन्म दे दिया है। यह फाके लाखों की मात्रा में जमीन पर रेंगने लगे हैं और जब उड़ान भरेंगे तो रेगिस्तान की वनस्पति के लिए खतरा बन सकते हैं। उधर पाकिस्तान में टिड्डी नियंत्रण नहीं हो रहा है। मौसम में बढ़ी नमी और फिर सावन में रिमझिम शुरू होती है तो टिड्डियां आने वाले पंद्रह-बीस दिन में बड़ा खतरा बन जाएगी।
मक्खी के आकार के फाकों ने जमाया वनस्पति पर डेरा
भारत-पाक बॉर्डर के गांवों में जहां टिड्डी नियंत्रण के दावे हो रहे हैं, वहां मंगलवार को पत्रिका की टीम पहुंची तो यहां लाखों की संख्या में फाके जमीन पर रेंगते नजर आए। मक्खी के आकार के फाकों ने वनस्पति पर डेरा जमा रखा है। जहां फाके है, वहां पेड़ के पत्ते और टहनियां चौपट कर चुके हैं। इन फाकों के टिड्डी बनने में ज्यादा दिन नहीं लगेंगे। बना लिए है घर फाको ने रेगिस्तान में नमी वाली जमीन को काटकर यहां बिल की तरह अपने घर बना लिए है।जहां पर इनको देखा जा रहा है। इन फाकों के जमीन पर रेंगने की स्थिति में ऐसे लगता है कि लाखों की संख्या में कीड़े इधर-उधर हो रहे हैं। जिस पेड़ की डाली पर ये जमा है उसको देखकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
सावन में खतरा अधि, टिड्डियों के लिए अनुकूल नमी का मौसम
दावों के बीच ये हाल गत 29 जून को तामलोर की बीएसएफ पोस्ट के पास लाखों की संख्या में टिड्डी दल भारत पहुंचा था। इससे पहले जैसलमेर में करीब एक पखवाड़े पहले टिड्डी आ गई। टिड्डी अब बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, फलौदी तक पहुंच गई है। यहां लगातार टिड्डी नियंत्रण संगठन की ओर से छिड़काव कर नियंत्रण का दावा किया जा रहा है लेकिन फाकों का बड़ी संख्या में जन्म लेना सवालिया निशान लगा रहा है। रेगिस्तान में इन दिनों आंधियां चल रही है। मौसम में पूरी नमी है। सावन मास शुरू होते ही बारिश की संभावनाएं बढ़ गई है। टिड्डियों के लिए नमी का मौसम अनुकूल होता है।
गुजरात के लिए भी मुसीबत खड़ी कर सकती 'टिड्डी'
पाकिस्तान की ओर से चल रही हवाओं के साथ बड़ा हमला कभी भी हो सकता है। इधर जो फाका अब बढ़ा है उसके हवा के साथ उड़ान कर सैकड़ों किलोमीटर पार करने की स्थिति बनती है। बाड़मेर,जैसलमेर, बीकानेर, फलौदी और जोधपुर के लिए हाईअलर्ट की स्थिति है। गुजरात भी अब सावधान गुजरात के कच्छ और भुज के इलाकों में भी टिड्डी हमले के साथ ही रेगिस्तान से उड़कर कच्छ की ओर जाने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। बड़ी संख्या में पनप चुकी टिड्डी गुजरात के लिए भी मुसीबत खड़ी कर सकती है।
Published on:
17 Jul 2019 03:21 pm
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