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शाहपुरा से उपेन और मनीष यादव आमने सामने, बलिवाल ने भी आरएलपी से ठोकी ताल, हुआ त्रिकोणिय संघर्ष

राजस्थान की राजनीति में चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है।

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शाहपुरा से उपेन और मनीष यादव के आमने सामने, बलिवाल ने भी आरएलपी से ठोकी ताल, हुआ त्रिकोणिय संघर्ष

शाहपुरा से उपेन और मनीष यादव के आमने सामने, बलिवाल ने भी आरएलपी से ठोकी ताल, हुआ त्रिकोणिय संघर्ष

जयपुर। राजस्थान की राजनीति में चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। आज नामांकन का आखिरी दिन रहा। अब कई सीटों पर त्रिकोणीय समीकरण बनते नजर आ रहे हैं। कई बागियों ने बड़ी पार्टियों वालों की नींद उड़ा रखी है। ऐसा ही एक त्रिकोणीय और रोचक मुकाबला अब शाहपुरा विधानसभा की सीट पर देखने को मिल रहा है। जहां भाजपा ने बेरोजगारों के लिए आवाज उठाने वाले उपेन यादव पर दांव खेला है तो एक बार फिर कांग्रेस ने युवा नेता मनीष यादव को मैदान में उतारा है।

दोनों यादव जाती से हैं। लेकिन इस बीच लगातार बीजेपी के लिए संघर्षरत रहे बीजेपी से टिकट मांग रहे हरी प्रसाद बलिवाल ने टिकट नहीं मिलने पर आरएलपी से ताल ठोक दी है। ऐसे में अब यहां मुकाबला रोचक होता नजर आ रहा है। पिछले चुनावों को देखें तो इस सीट पर निर्दलीय रहते हुए ही पिछली बार आलोक बेनीवाल ने जीत हासिल की थी। ऐसे में इस सीट पर आरएलपी से बलिवाल के ताल ठोकने से मामला रोचक और त्रिकोणीय हो गया है।

क्या थे 2018 चुनाव के समीकरण..

2018 के चुनाव में शाहपुरा में निर्दलीय प्रत्याशी आलोक बेनिवाल कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर भारी पड़े और जीत हासिल की। निर्दलीय प्रत्याशी और पूर्व राज्यपाल डॉ. कमला के बेटे आलोक बेनिवाल को जीत मिली थी। आलोक बेनीवाल ने 66,538 वोट हासिल किए जबकि कांग्रेस के मनीष यादव के खाते में 62,683 वोट मिले। भारतीय जनता पार्टी के राव राजेंद्र सिंह तीसरे स्थान पर खिसक गए थे, जिसके चलते उनका इस बार टिकट भी काटा गया। उन्हें 40,215 वोट मिले थे।

शाहपुरा सीट पर वोटर्स का गणित ..

कुल 213 मतदान केन्द्रों पर मतदान होगा। जहां कुल वोटर्स 2 लाख 33 हजार 227 हैं। इनमें पुरूष मतदाता 1 लाख 22 हजार 163 हैं वहीं महिला मतदाता 1 लाख 11 हजार 064 हैं।