पतंगबाजी पर प्रतिबंध लगाने का सरकारी आदेश हवा में… भारत में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस ( Coronavirus ) ने अब पतंग के जरिए घरों में दस्तक देने की तैयारी कर ली है। कोरोना के डर के बीच राजधानी जयपुर में जारी हुआ पतंगबाजी पर प्रतिबंध लगाने का सरकारी आदेश हवा में उड़ रहा है। आलम ये है कि शाम होते-होते पूरे शहर में आसमान पतंगों से अटा नजर आता है। चारदीवारी क्षेत्र के अलावा शहर के अन्य इलाकों में भी लोग पुलिस के आदेशों की खुलेआम अवहेलना कर रहे हैं। इतना ही नहीं, राजधानी जयपुर में कोरोना के एपि सेंटर बने रामगंज इलाके में भी पतंगबाजी परवान पर है।
पतंगबाजी से कोरोना की आशंका को देखते हुए जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने कुछ दिन पहले पतंग उड़ाने पर रोक लगा दी थी। पुलिस को आशंका थी कि लॉकडाउन में हो रही पतंगबाजी जयपुर में कोरोना संक्रमण फैला सकती है। इसके पीछे पुलिस अधिकारियों ने ये तर्क दिया था कि संक्रमित व्यक्ति तंग बांधते समय पतंग और उड़ाते समय डोर पकड़ता है। ऐसे में पतंग गिरने पर छूने वाला व्यक्ति संक्रमित हो सकता है। आदेश देते वक्त डीसीपी नॉर्थ राजीव पचार ने ड्रोन कैमरे से पहचान कर कार्रवाई करने की बात भी कही थी। लेकिन उसके बावजूद जयपुर में पतंगबाजी लगातार जारी है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या पुलिस पतंग नहीं उड़ाने का आदेश निकालकर भूल गई है।
राजस्थान में कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज राजधानी जयपुर में हैं। इसके बावजूद लोग लापरवाही कर रहे हैं। लेकिन ये लापरवाही ना सिर्फ कोरोना को घर में दस्तक दिला सकती है। बल्कि कम्यूनिटी संक्रमण का खतरा भी बढ़ा सकती है। ऐसे में जरूरत है पुलिस प्रशासन को पतंग उड़ाने वालों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। लोगों को जिम्मेदार नागरिक होने का परिचय देकर पुलिस और सरकार के सभी आदेशों को मानने की जरूरत है। तभी इस वैश्विक महामारी कोरोना को हराया जा सकता है।