
जयपुर. एक ओर जहां प्रशासन चायनीज मांझे की धरपकड़ में जुटा हुआ है। वहीं दूसरी ओर मांझे से घायल होकर लहूलुहान हालत में परिन्दों का बचाव शिविर में लाए जाना शुरू हो गया है।
शहर में आधा दर्जन स्थानों पर इन दिनों घायल पक्षियों के बचाव को लेकर शिविर लगाए गए है। रविवार को इनमें ५० से अधिक पक्षी घायल अवस्था में लाए गए है। जिनका उपचार किया जा रहा है। इनमें कईयों के मांझे से पंख ही कट गए। इनमें सर्वाधिक संख्या में कबूतर पाई गई है। वैशालीनगर में लगे एक शिविर के सदस्य जॉय गार्डनर ने बताया कि शहर में विभिन्न इलाकों से रोजाना १० से १५ पक्षियों का आना शुरू हो गया है। सोमवार से बुधवार तक घायलों की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी। वहीं रामनिवासबाग के द्वार के समीप, चौड़ा रास्ता, जवाहर नगर, लक्ष्मी मंदिर सिनेमा समेत कई जगह शिविर लगाए गए है। इनमें भी बड़ी संख्या घायल पक्षी लाए जा रहे है।
वन विभाग आज से लगाएगा शिविर
-इधर वन विभाग की ओर से अशोक विहार स्थित पक्षी चिकित्सा केंद्र में तीन दिवसीय चिकित्सा शिविर सोमवार से शुरू होगा। वन्यजीव चिकित्सक अरविंद माथुर के मुताबिक शिविर में अलग-अलग पक्षियों की प्रजाति के अनुसार पिंजरे बनाए गए है। जहां प्राथमिक उपचार के बाद पक्षियों को विशेष निगरानी में रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि चिडिय़ाघर में भी दो-तीन दिन से रोजाना पांच से दस पक्षी लहूलुहान हालत में आ रहे है।
Published on:
13 Jan 2020 12:21 am
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