
जयपुर। बीसलपुर बांध के कैचमेंट एरिया में गत दिनों हुई बारिश के चलते बांध में हुए जलभराव से आगामी एक वर्ष के लिए जयपुर, अजमेर सहित टोंक जिले की पेयजलापूर्ति हो जाएगी। बीसलपुर बांध परियोजना के अभियंताओं के अनुसार बांध में भरा पानी जयपुर, अजमेर सहित टोंक जिले की प्यास बुझाने के लिए करीब बारह माह का पानी माना जा रहा है। बांध में 16.2 टीएमसी पानी पेयजल के लिए आरक्षित रखा जाता है। वहीं पेयजल की पूर्ति होने होने के बाद 8 टीएमसी पानी सिंचाई के लिए आरक्षित हैं। वहीं शेष 14.68 टीएमसी पानी वाष्पीकरण व अन्य खर्च में माना गया है।
बीसलपुर बांध का गेज मानसून सत्र शुरू होने के दौरान 15 जून को 309.20 आरएल मीटर था, जिसमें 8.617 टीएमसी का जलभराव था। एक जुलाई को गेज 309.11 आरएल मीटर रह गया, जिसमें 8.371 टीएमसी का जलभराव रह गया। 15 जुलाई को महज दो सेमी पानी की बढ़ोतरी के साथ गेज 309.13 आर एल मीटर हो गया, जिसमें 8.426 टीएमसी का जलभराव हो गया।
31 जुलाई तक 1.42 आरएल मीटर की बढ़ोतरी के साथ गेज 310.55 आरएल मीटर हो गया, जिसमें 12.358 टीएमसी का जलभराव हो गया। एक अगस्त को एक सेमी की बढ़ोतरी के साथ गेज 310.56 आर एल मीटर दर्ज किया गया, जिसमें 12.394 टीएमसी पानी का भराव था। 6 अगस्त शनिवार सुबह 8 बजे तक गेज 310.81 आर एल मीटर दर्ज किया गया है, जिसमें 13.306 टीएमसी का भराव है। वहीं 14 अगस्त सुबह 8 बजे तक बांध का गेज फिर से 2.159 टीएमसी की बढ़ोतरी के साथ गेज 311.40 आरएल मीटर दर्ज किया गया है, जिसमें 15.465 टीएमसी का जलभराव हो गया है। वहीं शाम छह बजे 311.47 आरएल मीटर गेज हो गया, जिसमें कुल जल भराव15.721 हो गया।
बांध परियोजना के अभियंताओं के अनुसार बांध में मानसून सत्र से लेकर अब तक जलापूर्ति में गए पानी के बाद कुल 6.848 टीएमसी की बढ़ोतरी दर्ज की जा चुकी है। वहीं जल संसाधन विभाग की ओर से पेयजल में खर्च किए गए पानी व वाष्पीकरण में अब तक लगभग 2.16 टीएमसी पानी खर्च होना माना जा रहा है, जो बांध की कुल पानी की बढ़ोतरी वाले पानी से अलग है। यानि बीते दो माह में करीब दो टीएमसी से अधिक पानी पेयजल व वाष्पीकरण में खर्च हो चुका है। ऐसे में बांध में भरा पानी आगे की जलापूर्ति व वाष्पीकरण सहित अन्य खर्च में करीब बारह महीने तक का पानी माना जा रहा है।
Published on:
14 Aug 2022 07:18 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
