जयपुर ( Jaipur ), अजमेर ( Ajmer ), टोंक ( tonk ) और दौसा ( Dausa ) जिलों की लाइफ लाइन बने यानी प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध ( Bisalpurdam ) में शुक्रवार सुबह तक 70 दिनों का पानी आ चुका है। यानी यह बांध इन चार जिलों की प्यास अब तीन महीनों से ज्यादा तक बुझा सकता है।
2.12 मीटर पानी की आवक
राजस्थान ( Rajasthan ) की राजधानी ( Capital ) जयपुर सहित प्रदेश के तीन शहरों की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध में शुक्रवार सुबह तक 2 मीटर 12 सेंटीमीटर पानी की आवक हुई। याद दिला दें कि बीते दिनों हुई मानसून की मेहरबानी से प्रदेश में जहां सामान्य से अधिक वर्षा हो गई, वहीं बीसलपुर बांध में पिछले एक हफ्ते में 2.12 मीटर की आवक हो चुकी है।
भारी बारिश की चेतावनी
फिलहाल, बीते 24 घंटों में बीसलपुर बांध के कैचमेंट एरिया में बारिश थमी होने से पानी की आवक की गति धीमी पड़ी है। अलबत्ता, भीलवाड़ा ( bhilwara ) और चित्तौड़गढ़ ( Chittorgarh ) जिलों में बारिश का दौर चलने से आवक जारी जरूर है। वैसे, इन दोनों जिलों के साथ ही बीसलपुर के लिए तीसरे महत्वपूर्ण राजसमंद ( Rajsamand ) जिले में भी मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना जताई है। इसकी उम्मीद पर ही जल संसाधन विभाग ने अगले 48 घंटे में बीसलपुर बांध में पानी की आवक तेज होने की उम्मीद जताई है। जाहिर है, इन तीनों जिलों में भारी बारिश होगी, तभी जयपुर, अजमेर और टोंक जिलों की किस्मत जगेगी। वैसे, गुरुवार को अजमेर में अच्छी बरसात से वहां आनासागर पर चादर चलने की सुखद खबर है।
त्रिवेणी में 1.40 मीटर पानी
बीसलपुर बांध में पानी की आवक त्रिवेणी नदी ( Triveni ) के माध्यम से होती है, उसमें कुछ दिनों से बहाव कम हुआ है। फिर भी, शुक्रवार को उसका गेज 1.40 मीटर मापा गया।
चार बार चली चादर
बीसलपुर बांध वर्ष 2004, 2006, 2014 और 2016 में पूरा भरा यानी छलका और चादर चली थी। यह बांध 23 साल पहले 1996 में बना था। यह बांध पूरा भरे तो इसमें 38.70 टीएमसी पानी का होता है। इसका गेज 315.50 आरएल मीटर है, जिसमें से शुक्रवार को 306.97 आरएल मीटर पानी आ चुका है। बता दें, यह गेज तब है जब इससे तीन जिलों में पानी की सप्लाई के भी हो रही है। इसकी ऊंचाई 20 मीटर है।
8.53 मीटर और आवक में छलकेगा
बीसलपुर बांघ की कुल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है। शुक्रवार को इसमें 306.97 आरएल मीटर गेज नापा गया। जाहिर है, बांध पूरा भरने के लिए अभी 8.53 आरएल मीटर पानी की और जरूरत है। वैसे, यह संतोषजनक बात है कि पानी की आवक धीमी ही सही, लेकिन जारी है। अब मौसम विभाग की भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ और राजसमंद जिलों में बारिश की चेतावनी भी है। ऐसे में उम्मीद है इस बार फिर यह बांध छलकेगा और एक साल तक तीनों जिलों की निर्बाध रूप से प्यास बुझाएगा।