जयपुर

Jhalawar Loksabha Election 2024: 35 सालों से भाजपा का गढ़, कांग्रेस को जीत के लिए बहाना होगा पसीना

Jhalawar Loksabha Election 2024: यह सीट पिछले 35 वर्षों से भाजपा का गढ़ रही है, ऐसे में कांग्रेस को यहां से जीत हासिल करने में बहुत पसीना बहाना होगा।

जयपुरMar 21, 2024 / 10:57 am

rajesh dixit

Jhalawar Loksabha Election 2024: 35 सालों से भाजपा का गढ़, कांग्रेस को जीत के लिए बहाना होगा पसीना

Jhalawar Loksabha Election 2024: जयपुर। राजस्थान की हॉट सीटों में शुमार झालावाड़-बारां सीट से इस बार भी भाजपा ने लगातार पांचवीं बार वर्तमान सांसद दुष्यंत सिंह को टिकट दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इस सीट से पांच बार सांसद बनी हैं, वहीं उनके पुत्र दुष्यंत चार बार लगातार जीते हैं और पांचवीं बार मैदान में हैं। ऐसे में वे इस बार भी जीतते हैं तो वे सांसद बनने में अपनी मां की बराबरी कर पाएंगे। यह सीट पिछले 35 वर्षों से भाजपा का गढ़ रही है, ऐसे में कांग्रेस को यहां से जीत हासिल करने में बहुत पसीना बहाना होगा।
वर्ष 2009 में हुआ परिसीमन

झालावाड़ सीट वर्ष 1952 से ही अस्तित्व में रही है, लेकिन वर्ष 2008 में इस सीट का परिसीमन हो गया और इसका नाम झालावाड़-बारां लोकसभा क्षेत्र हो गया। परिसीमन के बाद यहां पहला चुनाव वर्ष 2009 में हुआ है। तभी से यहां पर दुष्यंत सिंह ही सांसद हैं।
विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा का दबदबा

इस सीट पर जहां पांच बार पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और चार बार से दुष्यंत सिंह सांसद हैं। वहीं पिछले वर्ष 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में भी एक को छोडकऱ सभी विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा का ही कब्जा है। इस लोकसभा क्षेत्र में कुल आठ विधानसभा क्षेत्र लगते हैं। इनमें से चार झालावाड़ और चार बारां जिले में लगते है। इनमें से केवल एक ही सीट खानपुर सीट पर कांग्रेस के विधायक हैं।
1984 के बाद नहीं जीती कांग्रेस

इस सीट पर कांग्रेस बहुत कमजोर रही है। कांग्रेस ने वर्ष 1984 में जीत हासिल की थी। इस चुनाव में कांग्रेस के जुंझार सिंह ने भाजपा के चर्तुभुज को पराजित किया था। उसके बाद से कांग्रेस का यहां खाता तक नहीं खुल पाया है। हालांकि कांग्रेस हर बार प्रत्याशी बदलती रही है, ताकि भाजपा के इस गढ़ में सेंध लगाई जा सके, लेकिन हर बार ही हार का सामना करना पड़ रहा है। राजे वर्ष 1989 से 1999 तक लगातार पांच बार जीती हैं तो वहीं अब उनके पुत्र दुष्यंत सिंह वर्ष 2004 से लगातार अपने विजयी रथ को आगे बढाए हुए हैं।
17 चुनाव में मिले मात्र 6 सांसद

इस सीट पर अब तक कुल 17 लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। लेकिन इस सीट को केवल छह ही सांसद मिले हैं। इनमें से पांच बार तो पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, चार बार वर्तमान सांसद दुष्यंत सिंह रहे हैं। इसके अलावा तीन बार कोटा के महाराव बृजराज सिंह रहे हैं। वहीं दो बार चतुर्भुज नागर और नेमीचंद कासलीवार दो बार रहे हैं। वहीं जुंझार सिंह एक बार सांसद बने हैं।
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झालावाड़-बारां लोकसभा क्षेत्र

विधानसभा क्षेत्र— विधायक– पार्टी

अन्ता–— कंवर लाल मीना—- बीजेपी

किशनगंज-— ललित मीना—- बीजेपी

बारां-अटरू—- राधेश्याम बैरवा—- बीजेपी

छाबड़ा—- प्रताप सिंह सिंघवी—- बीजेपी

डग–— कालूराम मेघवाल—- बीजेपी
झालरापाटन—- वसुन्धरा राजे—- बीजेपी

खानपुर-— सुरेश गुर्जर—- कांग्रेस

मनोहरथाना–— गोविंद प्रसाद—- बीजेपी

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अब तक के संसद सदस्य

वर्ष—- सदस्य—- दल

1952-— नेमीचंद कासलीवाल—- कांग्रेस

1957-— नेमीचंद कासलीवाल—- कांग्रेस
1962-— बृजराज सिंह—- कांग्रेस

1967—- बृजराज सिंह—- जनसंघ

1971—- बृजराज सिंह—- जनसंघ

1977-— चतुर्भुज नागर—- बीएलडी

1980—- चतुर्भुज नागर—- जनता पार्टी

1984–— जुंझार सिंह—- कांग्रेस

1989—- वसुंधरा राजे—- भाजपा
1991-— वसुंधरा राजे—- भाजपा

1996-— वसुंधरा राजे—- भाजपा

1998-— वसुंधरा राजे—- भाजपा

1999-— वसुंधरा राजे—- भाजपा

2004-— दुष्यंत सिंह—- भाजपा

2009-— दुष्यंत सिंह—- भाजपा

2014-— दुष्यंत सिंह—- भाजपा
2019-— दुष्यंत सिंह—- भाजपा

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पिछले तीन चुनावों का गणित

वर्ष- 2019

दल—- उम्मीदवार—- वोट—- प्रतिशत

बीजेपी—- दुष्यंत सिंह—- 887,400—- 64.78

कांग्रेस—- प्रमोद शर्मा—- 4,33,472—- 31.64

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वर्ष-2014

बीजेपी—- दुष्यंत सिंह—- 6,76,102—- 58.98

कांग्रेस—- प्रमोद जैन भाया—- 3,94,556—- 34.42

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वर्ष-2009

बीजेपी—- दुष्यंत सिंह—- 4,29,096—- 49.22

कांग्रेस—- उर्मिला जैन भाया—- 3,76,255—- 43.16

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