
जयपुर
राशन वितरण की गड़बड़ियों को दूर कर पारदर्शिता लाने के लिए सरकार भले ही कई कदम उठा रही है लेकिन अभी भी राशन की कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है। राजधानी जयपुर के प्रतानगर के सेक्टर तीन में प्रताप वाटिका स्थित राशन वितरण की दुकान में लोगों ने राशन डीलर पर केरोसीन की कालाबाजारी करने का आरोप लगाते हुए विरोध किया। राशन उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया कि उन्होंने काफी समय से अपने राशन कार्ड से राशन का कोई सामान नहीं लिया है लेकिन आॅनलाइन रिकॉर्ड में अपने नाम से राशन उठा लिया गया है। जबकि उनके पास जो राशन कार्ड मौजूद है, उसमें उन्हें राशन दिए जाने की कोई एंट्री तक नहीं है।
आपको बता दें कि टोंक रोड पर गौशाला के पास स्थित मालियों की ढाणी के कुछ लोग शनिवार को राशन लेने आए तो राशन विक्रेता ने राशन कार्ड एक्टिव नहीं होने की बात कहते हुए राशन देने में टालमटोल कर दी। उपभोक्ता सत्यनारायण कुमावत, रामवतार सैनी समेत अन्य ने बताया कि राशन उपभोक्ताओं को नजदीकी सरकारी आॅफिस जाने की नसीहत तक दे डाली। इतना ही नहीं, राशन डीलर ने सांगानेर से आए कुछ लोगों को यह कहते हुए दूसरी दुकान पर जाने के लिए कह दिया कि उन्हें यहां से राशन नहीं मिलेगा। डीलर की इस बात से कई बुर्जूग महिलाओं को निराश लौटना पड़ा।
लेकिन जब लोगों ने राशन डीलर को आॅनलाइन निकाला गया रिकॉर्ड दिखाया तो उसकी बोलती बंद हो गई। राशन उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया कि उनके राशन कार्ड में राशन लेने की कोई एंट्री नहीं है लेकिन आॅनलाइन निकाले गए रिकॉर्ड में उनके नाम से केरोसीन उठा लिया गया है। किसी के नाम से 5 तो किसी के नाम से 10 लीटर केरोसीन उठा लिया गया। जबकि इसकी एंट्री उनके राशन कार्ड में नहीं है। जब उपभोक्ताओं ने डीलर से पूछा कि बिना एंट्री के ऐसा कैसे हो गया तो राशन डीलर ओमप्रकाश यादव के सुर बदल गए और वो गिड़गिड़ाने लग गया। इसके बाद लोगों ने राशन में कालाबाजारी करने का आरोप लगाते हुए विरोध भी किया। आपको बता दें कि सरकार ने राशन वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए राशन वितरण केन्द्रों पर पॉस मशीनों की व्यवस्था कर रखी है। लेकिन उपभोक्ताओं की शिकायत थी कि वर्ष 2016, 2017 में उनके नाम से गलत तरीके से राशन उठा उसकी कालाबाजारी कर दी गई है।
Published on:
24 Mar 2018 05:34 pm
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