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सीमा सड़क संगठन ने बनाए ऐसे पु​ल जिनसे सेना की गति हो जाएगी तेज

जयपुर. सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण करने वाले सीमा सड़क संगठन ने पिछले दो वर्षों में नवीनतम तकनीकों और अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग करके 2,200 किलोमीटर से अधिक की कटाई की है, लगभग 4,200 किलोमीटर लंबी सड़कों की विशिष्ट ऊपरी सतह बनाने का काम किया है तथा लगभग 5,800 मीटर लंबे स्थायी पुलों का निर्माण किया है। इससे युद्ध काल में सेना त्वरित गति से नियंत्रण रेखा और वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थित अग्रिम मोर्चों तक पहुंच सकेगी।

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जयपुर

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Subhash Raj

Jul 10, 2020

सीमा सड़क संगठन ने बनाए ऐसे पु​ल जिनसे सेना की गति हो जाएगी तेज

सीमा सड़क संगठन ने बनाए ऐसे पु​ल जिनसे सेना की गति हो जाएगी तेज

यह जानकारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कुछ सामरिक महत्व के पुलों का वीडियो कांफ्रेंसिंग से उद्घाटन करने के बाद दी। इन पुलों में से कठुआ जिले में तरनाह नाले पर दो पुल और अखनूर/जम्मू जिले में अखनूर-पल्लनवाला रोड पर स्थित चार पुल 30 से 300 मीटर तक फैले हुए हैं और ये कुल 43 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए। बीआरओ के 'प्रोजेक्ट संपर्क' द्वारा निर्मित इन पुलों से सशस्त्र बलों को सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र में आवाजाही में काफी सुविधा होगी। यही नहीं, ये पुल दूरस्थ सीमावर्ती क्षेत्रों के समग्र आर्थिक विकास में भी अहम योगदान देंगे। पिछले कुछ वर्षों में बीआरओ के कार्यों में काफी तेजी आई है। यह इस तथ्य से स्पष्ट होता है कि वित्त वर्ष 2018-19 की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में बीआरओ ने लगभग 30 प्रतिशत अधिक कार्यों का सफलतापूर्वक पूरा किया है।
बीआरओ द्वारा पूरे समर्पित प्रयास करने से ही संभव हो पाया है। बीआरओ का वार्षिक बजट वित्त वर्ष 2008-2016 के दौरान 3,300 करोड़ रुपये से लेकर 4,600 करोड़ रुपये तक रहा, लेकिन वित्त वर्ष 2019-2020 में यह तेज उछाल के साथ 8,050 करोड़ रुपये के उच्च स्तर पर पहुंच गया। सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचागत सुविधाओं में बेहतरी पर सरकार के फोकस के मद्देनजर वित्त वर्ष 2020-2021 में इसका बजट 11,800 करोड़ रुपये होने की संभावना है। इससे मौजूदा परियोजनाओं को काफी बढ़ावा मिलेगा और इसके साथ ही हमारी उत्तरी सीमाओं के आसपास सामरिक ²ष्टि से महवपूर्ण सड़कों, पुलों और सुरंगों के निर्माण में तेजी आएगी। बीआरओ के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने राष्ट्र निर्माण में संगठन के योगदान को रेखांकित किया और निरंतर मार्गदर्शन एवं सहयोग के लिए रक्षा मंत्री का धन्यवाद किया तथा इसके साथ ही उन्होंने भरोसा व्यक्त किया कि बीआरओ सरकार द्वारा निर्धारित समग्र राष्ट्रीय सामरिक उद्देश्यों के अनुरूप तय किए गए लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपने प्रयास निरंतर जारी रखेगा।