25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

हाथ वालों से दो दो हाथ… बिना हाथ वाली कमला रस्सी से पैन बांधकर लिखती चली गई और टीचर बन गई… करंट ने छीने थे दोनो हाथ

Success story of Kamla Meghwal :माता पिता का कहना है कि बेटी के संघर्ष ने उन्हें और मजबूत कर दिया है।

2 min read
Google source verification
kamla_photo_2023-09-09_13-39-50.jpg

pic

Success story of Kamla Meghwal : हाथ वालों से सीधे टक्कर ले रही है बिना हाथ वाली कमला....। कईयों को धूल चटा दी और आखिर अपने लिए एक मुकाम पा ही लिया। लेकिन विचार यहां रूकने का भी नहीं है अभी और आगे बढ़ने का है। हम बात कर रहे हैं कमला मेघवाल की.....। हाल ही रीट परीक्षा 2023 के परिणाम मंें कमला पास हो गई है और अब टीचर बन गई है। लेकिन वह अफसर बनना चाहती है और इसी की तैयारी में लगी है।


राजस्थान के चूरू जिले में किसान पिता एवं अपने परिवार के साथ रह रही कमला मेघवाल सरदार शहर उपखंड के अमरसर गांव की निवासी है। हाल ही राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा यानि रीट परीक्षा कमला ने पास कर ली है। यह उसका दूसरा प्रयास है। पहले प्रयास में वह कुछ नंबरों से रह गई थी। कमला का जीवन शुरू से ऐसा नहीं था। पांच भाई बहन में सबसे छोटी कमला साल 2009 में स्कूल से घर आने के दौरान ग्यारह हजार केवी विद्युत लाइन की चपेट में आ गई थी। करंट के चलते दोनो हाथ हथेली तक काटने पड गए। लगा मानों जीवन खत्म हो चुका।

यह भी पढ़ें:हाइवे पर कार का टायर फटा, तो ट्रक ने रौंद दिया, बच्ची को छोड़ पूरा परिवार खत्म, दादा-दादी और माता-पिता के शवों के पास रोते-रोतेसो गई बच्ची


लेकिन टीवी पर एक दिन यूपी के रहने वाले युवक का संघर्ष देखा। उसके भी हाथ कोहनी तक कट गए थे। कोहनी पर रबर से पेन बांधकर वह पढ़ाई कर रहा था। फिर तो कमला को मानो नया जीवन मिल गया हो। कमला ने दसवीं से पढ़ाई फिर से शुरू कर एमए तक पढ़ाई कर ली। फिर साल 2021 में रीट परीक्षा दी, रह गई। साल 2023 में फिर से रीट दी और अब पास हो गई। वह टीचर बन गई है। परिवार में खुशी का माहौल है। माता पिता का कहना है कि बेटी के संघर्ष ने उन्हें और मजबूत कर दिया है। कमला ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती प्रथम लेवल अंतिम परीक्षा पास कर ली है, औपचारिकताएं पूरी करने के बाद जल्द ही पोस्ट भी मिलने वाली है।