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अचानक चलती लो-फ्लोर बस के ब्रेक हो गए फेल, कंडक्टर चिल्लाकर बोला- अपनी सीट कसकर पकड़ लो

अजमेरी गेट पर ड्राइवर की सूझबूझ से एक लो-फ्लोर बस से बड़ा हादसा होने से टल गया। हुआ यों कि दोपहर करीब 1.30 बजे एसी 3 रूट की बस टोडी हरमाड़ा से एमआइ रोड होते हुए अजमेरी गेट पहुंची।

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Brakes of low floor bus moving at high speed failed

अजमेरी गेट पर गुरुवार को ड्राइवर की सूझबूझ से एक लो-फ्लोर बस से बड़ा हादसा होने से टल गया। हुआ यों कि दोपहर करीब 1.30 बजे एसी 3 रूट की बस टोडी हरमाड़ा से एमआइ रोड होते हुए अजमेरी गेट पहुंची। बस के ड्राइवर प्रकाश शर्मा ने बताया कि भीड़ देखकर बस के ब्रेक लगाए तो अचानक ब्रेक पाइप फट गया।

सामने लाल बत्ती पर 25-30 से अधिक कारें व दुपहिया वाहन थे और बस में करीब 30-35 सवारियां थी। ब्रेक फेल होने के बारे में परिचालक को बताया तो उसने सवारियों को अपनी सीट को कसकर पकड़ने को कहा। ड्राइवर ने लगातार हॉर्न बजाकर और चिल्लाकर सामने से लोगों को हटाया। पास में पेट्रोल पंप की दीवार दिखी तो लोगों को बचाने के लिए बस को दीवार में घुसा दिया जिससे बस रुक गई। पूरे घटनाक्रम में किसी को चोट नहीं आई।

दीवार तोड़कर पंप के काउंटर तक पहुंची बस
पेट्रोल पंप पर कार्यरत रेशमा गठेरा ने बताया कि एमआइ रोड़ से अचानक बस पेट्रोल पंप की तरफ आई तो वह चिल्लाने लगी। बस नहीं रुकी तो वह पिलर के पीछे छुप गई। बस दीवार तोड़ कर पेट्रोल पंप के काउंटर तक आ गई। लेकिन ड्राइवर की सूझबूझ से बस में सवार यात्रियों, सड़क पर मौजूद अन्य वाहन चालकों व पेट्रोल पंप पर मौजूद लोगों को दुर्घटनाग्रस्त होने से बचा लिया।

5 जनवरी को भी हुए थे एक बस के ब्रेक फेल
गत 5 जनवरी को भी एक लो-फ्लोर बस के ब्रेक फेल हुए थे। कूकस से सांगानेर जाते समय कनक घाटी में बस के ब्रेक फ्रेल हो गए थे। सामने की तरफ से गलत दिशा से आ रही बस से बचाने के लिए ड्राइवर ने पेड़ देखकर बस को उस दिशा में मोड़ दिया। बस डिवाइडर तोड़ कर पेड़ से रुक गई और कनकघाटी की तरफ झूल गई थी।

मेंटीनेंस पर हर माह तीन करोड़ खर्च
जेसीटीएसएल हर महीने लो-फ्लोर व मिडी बसों की मेंटीनेंस में तीन करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। इसके बाद भी लगातार आग लगने व ब्रेक फेल होने की घटनाएं हो रही हैं। दरअसल, जेसीटीएसएल ने बसों की मेंटेनेंस का काम निजी कंपनियों को दे रखा है। लेकिन यह जांचने के जहमत कोई नहीं उठाता कि बसों की वास्तव में सही तरीके से रख-रखाव किया जा रहा है या नहीं।

तीन डिपों से चल रही करीब 250 बसें
जेसीटीएसएल के तीन डिपो विद्याधर नगर, टोडी व बगराना से करीब 250 बसों का संचालन किया जा रहा है। टोडी डिपो की सौ बसों के मेंटेनेंस व चालक लगाने का काम जेसीटीएसएल ने मातेश्वरी प्राइवेट कंपनी को दिया हुआ है। वहीं विद्याधर डिपो में मेंटेनेंस का काम पारस कंपनी लिमिटेड का है। दोनों कंपनियों को मेंटेनेंस के नाम पर करीब 1.20 करोड़ रुपए प्रतिमाह के हिसाब से भुगतान किया जाता है। वहीं बगराना डिपो में डीजल-चालक व मेंटेनेंस के लिए हर महीने सवा करोड़ रुपए कंपनी को दिए जा रहे हैं। गुरुवार को अजमेरी गेट पर जिस बस के ब्रेक फेल हुए, वह टोडी डिपो की थी।

कंपनी को दिया है नोटिस
ब्रेक फेल होने के कारण हादसा हुआ। मेंटेनेंस करने वाली मातेश्वरी कंपनी को नोटिस दिया है। बस की जांच की जा रही है।
- शांतिलाल व्यास, टोडी डिपो मैनेजर