इसके बाद आरोपी कैलाश, परिवादी के पिता के साथ हनुमानसहाय शर्मा निवासी जयपुर के आगरा रोड, प्रेमनगर द्वितीय के घर लेकर गया। वहां पहले से ही बंशीधर पुत्र छीतरमल शर्मा निवासी जाटावाली हाल निवासी जामडोली, द्वारकाप्रसाद शर्मा निवासी आगरा रोड प्रेमनगर जामडोली मौजूद थे। इन सभी ने परिवादी के पिता से हनुमानसहाय के घर पर लड़की दिखाने की कहते हुए एक लाख रुपए की मांग की, जिसे उसके पिता ने उन लोगों को दे दी। इसके बाद परिवादी व उसके पिता को एक लड़की दिखाई, जिसका नाम सुनीता उर्फ पूनम बताया।
परिवादी ने दर्ज मामले में बताया कि 6 जुलाई को उसकी शादी सुमेल रोड स्थित जामड़ोली में एक निजी स्कूल में सुनीता उर्फ पूनम से करवाई, लेकिन शादी के बाद सुनीता के स्थान पर काजल नाम की महिला को दुल्हन के रूप में घूंघट में विदा कर दी, जबकि उसके फेरे व अन्य रस्म सुनीता के साथ हुई थी। जैसे ही दूल्हे ने कुशलपुराबांसा स्थित घर पहुंचकर दुल्हन का घूंघट उठाया तो उसका चेहरा देखकर उसके होश उड़ गए। शादी की खुशियां गम में बदल गई। परिजनों ने दुल्हन के रूप भेजी महिला से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसका नाम काजल है। उसके दो बच्चे हैं और उसने नसबंदी भी करवा रखी है। इसके तुरंत बाद पीडि़त ने आरोपियों से फोन पर सम्पर्क करने की कोशिश की तो मोबाइल स्विच ऑफ पाए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीडि़त पक्ष के साथ ही फिलहाल काजल नाम की महिला रह रही है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।