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बिना बजट टैंडर, जांच शुरू

नगरपरिषद में बीते महीनों बिना बजट मंजूरी करोड़ों के निर्माण कार्यों के टैंडर कराने के मामले में अतिरिक्त जिला कलक्टर की अध्यक्षता में समिति ने जांच शुरू कर दी है।

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afjal khan

Dec 12, 2015

नगरपरिषद में बीते महीनों बिना बजट मंजूरी करोड़ों के निर्माण कार्यों के टैंडर कराने के मामले में अतिरिक्त जिला कलक्टर की अध्यक्षता में समिति ने जांच शुरू कर दी है।

एक दिन पूर्व ही जिला प्रभारी मंत्री ने कलक्ट्री में हुई बैठक में इस मामले में समिति बनाकर जांच कराने के निर्देश दिए थे।

इसके बाद अतिरिक्त जिला कलक्टर नरेश मालव की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया गया था। शुक्रवार को जांच समिति नगरपरिषद पहुंच गई।

समिति की ओर से नगरपरिषद ने सम्बंधित रिकॉर्ड मांगा गया है। जल्द जांच के बाद रिपोर्ट जिला कलक्टर को सौंपी जाएगी।

जल्दबाजी पड़ गई भारी
नगरपरिषद की ओर से शहर में कई विकास कार्यों के लिए पिछले महीनों पांच करोड़ के प्रस्ताव ऊपर भेजे गए थे। इन प्रस्तावों को मंजूरी की उम्मीद में अप्रेल-मई माह में करोड़ों के कार्यों की टैंडर प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन बजट नहीं आने से कई कार्यों की टैंडर प्रक्रिया स्थगित की गई तो कई कार्यों के टैंडर होने के बाद कार्यादेश रोक दिए गए थे।

इन्हीं रुके हुए कार्यों में से करीब दो दर्जन कार्यों के लिए ढाई करोड़ राशि की टैंडर प्रक्रिया दोबारा शुरू की गई थी। इस बार भी ऊपर से आश्वासन पर परिषद ने कदम बढ़ाए थे। निकाय चुनावों की आचार संहिता लगने की जल्दबाजी में परिषद द्वारा कई कार्यों की टैंडर प्रक्रिया की गई थी, लेकिन यह प्रक्रिया अब परिषद के जिम्मेदारों पर भारी पड़ रही है।

इन कार्यों में गुरुद्वारा तक डामरीकरण कार्य, नगरपरिषद परिसर में महिला व पुरुष यूरिनल ब्लॉक निर्माण, परिषद क्षेत्र में पैच कार्य, श्रीराम स्टेडियम में इंटरलॉकिंग टाइल्स कार्य, उद्यान, फव्वारा एवं अन्य सौन्दर्यीकरण कार्य, कई सीसी सड़कों के निर्माण कार्य शामिल हैं।

ये हैं समिति में शामिल
एडीएम मालव के अलावा कोषाधिकारी जसवीर मीणा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता सुनील माथुर प्रमुख रूप से समिति में हैं। इनके सहयोग के लिए सहायक कोषाधिकारी सत्यनारायण सुमन, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के लेखाकार ललित राठौर, सहायक लेखाधिकारी रामप्रकाश नागर, सत्यप्रकाश पारीक भी साथ हैं।

नगरपरिषद में बिना बजट टैंडर, काम कराने सम्बन्धी मामले में एडीएम की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति बना दी है। समिति जांच कर रिपोर्ट देगी। उसके बाद आगे की कार्यवाही होगी।

भगवतीप्रसाद कलाल,
कार्यवाहक जिला कलक्टर

इन बिंदुओं पर होगी जांच
सूत्रों के अनुसार नगरपरिषद की ओर से निकाय चुनाव के पहले बिना बजट उपलब्ध हुए कितने कार्यों के टैंडर कराए गए, इनमें से कितने काम शुरू या पूरे हो गए, कितने कार्यों में कितना भुगतान किया गया है एवं भुगतान कहां से किया गया है, समेत अन्य बिंदुओं को जांच में शामिल किया जाएगा।

समिति के सदस्य शुक्रवार को नगरपरिषद पहुंच गए। एडीएम मालव ने बताया कि जांच शुरू कर दी गई है। नगरपरिषद से आवश्यक रिकॉर्ड भी मांगा गया है। जांच कर रिपोर्ट जिला कलक्टर को सौंपेंगे।

पत्रिका ने उठाया मामला

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नगरपरिषद में बिना बजट मंजूर हुए ही करोड़ों के कार्यों के टैंडर कराने, फिर कार्यादेश रोकने का मामला राजस्थान पत्रिका ने उजागर किया था। इस सम्बन्ध में 13 जून के अंक में 'जेब में नहीं दाने, अम्मा चली भुनानेÓ व 2 जुलाई के अंक में 'बिना बजट फिर टैंडरÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किए गए थे।