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ऊंट पालकों की कम रुचि से घट रहे कैमल

एक समय पर राज्य में लाखों ऊंट थे, लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण अब ये कम होने लगे हैं। ऊंट पालकों की ओर से काफी समय से इनके संरक्षण की मांग भी की जा रही है।

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ऊंट पालकों की कम रुचि से घट रहे कैमल

ऊंट पालकों की कम रुचि से घट रहे कैमल

जयपुर। प्रदेश में रेगिस्तान का जहाज ऊंट (desert ship camel) को राज्य पशु का दर्जा मिला हुआ है। एक समय पर राज्य में लाखों ऊंट थे, लेकिन सरकार और जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता के कारण अब ये कम होने लगे हैं। ऊंट पालकों की ओर से काफी समय से इनके संरक्षण की मांग भी की जा रही है।

राज्य पशु ऊंट अब धीरे-धीरे ओझल होने लगा है। जिले के बगरू तहसील के महलां क्षेत्र के पास रोटवाड़ा में ऊंटों के झुंड देखा गया। ग्रामीणों ने कहा कि इन झुंड को देखकर लगा कि पता नहीं आने वाली पीढिय़ों के लिए यह रेगिस्तान का जहाज देखने को मिलेगा या नहीं। राज्य में धीरे-धीरे ऊंटों की संख्या बहुत कम होती जा रही है। इसलिए राज्य पशु का संरक्षण बहुत आवश्यक है। मारवाड़ी ऊंट पालक के अनुसार वर्तमान में ऊंट पालन पर सहायता योजना को भी बंद कर दिया गया है। इससे ऊंट पालकों ने ऊंट पालन में रुचि कम कर दी है।