7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बेटे को दो दिन पहले ‘राजस्थान’ में मिली 3 सीटों की जिम्मेदारी, आज पिता ने छोड़ी कांग्रेस; जानें मामला?

Rajasthan By Election 2024: हरियाणा के पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने गुरूवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। इनके इस्तीफे का असर राजस्थान की राजनीति पर भी पड़ेगा।

3 min read
Google source verification

Rajasthan By Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनावों में हार बाद कांग्रेस ओबीसी चेयरमैन व पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने गुरूवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है। इनके इस्तीफे का असर राजस्थान की राजनीति पर भी पड़ेगा, क्योंकि इनके बेटे चिरंजीवी राव को दो दिन पहले ही राजस्थान उपचुनावों की जिम्मेदारी दी गई थी। बता दें कैप्टन अजय यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के समधी हैं।

दरअसल, हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में हार का सामना करने वाले चिरंजीवी राव को दो दिन पहले राजस्थान उपचुनावों की जिम्मेदारी दी गई थी। उन्हें झुंझनू, रामगढ़ और खींवसर सीटों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। वहीं, उनके पिता कैप्टन अजय यादव ने आज पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। इसके बाद सियासी गलियारों में कांग्रेस के निर्णय को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

यह भी पढ़ें : Rajasthan Bypoll 2024: 7 सीटों पर कांग्रेस ने लगाए सीनियर पर्यवेक्षक, जानें किस-किसको मिली जिम्मेदारी?

सोशल मीडिया पर लिखी इमोशनल पोस्ट

कैप्टन अजय यादव ने कांग्रेस इस्तीफा देने के बाद सोशल मीडिया पर एक इमोशनल पोस्ट की। उन्होंने लिखा कि “इस्तीफा देने का यह निर्णय वास्तव में कठिन था, क्योंकि मेरे परिवार का 70 वर्षों से जुड़ाव था, मेरे पिता स्वर्गीय राव अभय सिंह 1952 में विधायक बने और उसके बाद मैंने पारिवारिक परंपरा को जारी रखा, लेकिन सोनिया गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटने के बाद मेरे साथ खराब व्यवहार करने के लिए पार्टी हाईकमान से मोहभंग हो गया है।”

राव इन तीन सीटों के बने थे प्रभारी

गौरतलब है कि कांग्रेस ने मंगलवार को सात विधानसभा सीटों पर सचिव एवं सहप्रभारी नियुक्त किए थे। चिंरजीवी राव को झुंझुनूं, खींवसर और रामगढ़ विधानसभा में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई थी। जबकि ऋत्विक मकवाना को सलूंबर और चौरासी विधानसभा का सहप्रभारी नियुक्त किया था। वहीं, पूनम पासवान को दौसा व देवली-उनियारा विधानसभा सीट की जिम्मेदारी दी गई थी।

दिल्ली में टिकटों को लेकर हुआ मंथन

वहीं, दिल्ली में भी उम्मीदवारों को लेकर कांग्रेस के बड़े नेताओं का आज मंथन हुआ है। दिल्ली के पंजाब भवन में राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और नेता विपक्ष टीकाराम जूली में लंबी मंत्रणा हुई है। सूत्रों के मुताबिक बैठक में दो सीटों पर गठबंधन करने और नहीं करने पर भी लंबी चर्चा हुई है। वहीं, सचिन पायलट ने भी उपचुनाव को लेकर प्रभारी रंधावा से दिल्ली में मुलाकात की है।

यह भी पढ़ें : ‘ड्रग्स’ पॉलिटिक्स! MP के मंत्री ने राजस्थान पर लगाए गंभीर आरोप, टीकाराम जूली ने CM भजनलाल से मांगा जवाब

इधर, कांग्रेस ने आज गुरूवार को हर विधानसभा क्षेत्र में एक वरिष्ठ नेता को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। दौसा में प्रमोद जैन भाया को जिम्मेदारी दी गई है। झुंझुनूं में गोविंदराम मेघवाल को, रामगढ़ में भजनलाल जाटव को, देवली-उनियारा में हरिमोहन शर्मा को, खींवसर में उदयलाल आंजना को, चौरासी में सुखराम विश्नोई को, सलूंबर में अशोक चांदना को चुनावी जिम्मेदारी सौंपी गई है।

यह भी पढ़ें : Rajasthan: ‘तेरा हाल भी बाबा सिद्दीकी के जैसा कर दूंगा’, पूर्व BJP विधायक को मिली धमकी; मंत्री ने लिखा पत्र